भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कांग्रेस, इसके अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रस्तावित महागठबंधन पर जबरदस्त हमला बोलते हुए कहा कि अगला लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत राजग ही जीतेगा क्योंकि देश की जनता मजबूर नहीं बल्कि मजबूत सरकार चाहती है।
श्री शाह ने अपने गृहराज्य गुजरात के दक्षिण क्षेत्र से लगे इस केंद्रशासित शहर में पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में चुनावी बिगुल फूंकते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस, बसपा, त्रृणमूल और वाम दल समेत कई विपक्षी दल अवैध घुसपैठियों को वोट बैंक के लिए बचाना चाहते हैं पर फिर से सरकार बनने पर देश से एक एक घुसपैठियों को बाहर कर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा, ‘आज कल मै जहां भी जाता हूं, मोदी-मोदी के नारे सुनता हूं। हमारी जीत सुनिश्चित है। हमारे नेता मोदी जी है पर वे लोग महागठबंधन की बात करते हैं जिसका न कोई नेता है, न नीयत का पता है न कोई सैद्धांतिक सहमति है। वह केवल मोदी हटाओ की बात करते हैं। इनमें से एक, बसपा की नेता मायावती जी तो यहां तक कह रही है कि देश को मजबूर सरकार की जरूरत है। पर ऐसा नहीं है जनता मजबूर नहीं बल्कि मजबूत सरकार चाहती है जो मोदी जी और भाजपा के सिवाय और कोई नहीं दे सकता।’
नेशनल हेराल्ड मामले में अमित शाह ने राहुल पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि भाजपा ने घुसपैठियों को चिन्हित करने, वोटर लिस्ट से नाम काटने और उनके मूल देश वापस भेजने (डिटेक्ट, डिलीट एंड डिपोर्ट) का अभियान चलाया है। पर विपक्षी दल वोट बैंक की चिंता के चलते उन्हे बचाना चाहते हैं। ये लोग देश के लोगों का रोजगार ले लेते हैं, आतंकी गतिविधियों में रहते हैं पर इससे कांग्रेस या विपक्षी दलों को कोई लेना देना नहीं। दोबारा भाजपा की सरकार बनी तो ऐसे एक एक घुसपैठिये को बाहर निकाला जायेगा।
श्री शाह ने कहा कि भ्रष्टाचार मे वर्षों और पीढ़ियों से लिप्त रही कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को भाजपा से विकास के बारे में हिसाब मांगने का अधिकार नहीं है। उन पर तथा श्रीमती सोनिया गांधी पर नेशनल हेराल्ड की हजारो करोड़ की संपत्ति अपने नाम करने का आरोप है। उन्होंने अब तक 600 करोड़ रूपये की आयकर के नोटिस का जवाब नहीं दिया है। ऐसे लोगों को मोदी जी जैसे ईमानदार व्यक्ति से सवाल पूछने का हक नहीं है जिन्होंने मात्र चार साल में 129 योजनाएं दी हैं।
उन्होंने कहा कि जब से मिशेल अंकल (अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर सौदे के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल) के पकड़े जाने के बाद से इन लोगों के पसीने छूट रहे हैं। राहुल जी पिछले तीन साल से राफेल के मामले में झूठ पर झूठ बोल कर शोर मचा रहे थे। हमने उन्हें तथ्यों के साथ उच्चतम न्यायालय में जाने की सलाह दी थी पर वह नहीं गये और उनकी बी टीम के प्रशांत भूषण वगैरह गये।
सरकार ने बिना कुछ छिपाये सारे तथ्य अदालत को बताये और उसने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। राहुल जी संसद में चर्चा के लिए शोर मचा रहे थे पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने ढाई घंटे के भाषण में उन्हें चित्त कर दिया। राफेल में एक चवन्नी का घोटाला नहीं हुआ है।