भाजपा के लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कर्नाटक के बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2025 में एचटीटी-40 में उड़ान भरी और कहा कि यह विमान विदेशी निर्भरता से ‘आत्मनिर्भरता’ की ओर भारत की यात्रा का प्रतीक है। लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) द्वारा निर्मित एचटीटी-40 विमान भारत के वैमानिकी कौशल का प्रतीक है। आज, मुझे हमारे अपने एचएएल द्वारा निर्मित स्वदेशी रूप से निर्मित प्रशिक्षक विमान एचटीटी-40 में उड़ान भरने का अवसर मिला। यह भारत के वैमानिकी कौशल का प्रतीक है।
#WATCH | बेंगलुरु, कर्नाटक | भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, “…HTT-40 को HAL द्वारा स्वदेशी रूप से बनाया गया है। यह एक प्रशिक्षक विमान है जिसका उपयोग भारतीय वायु सेना द्वारा हमारे नए पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता है। यह आत्मनिर्भरता और देश की वैज्ञानिक क्षमता… https://t.co/ecbM0LdjU2 pic.twitter.com/iALvDZg3de
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2025
लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि 2012 में यूपीए सरकार ने भारत की सुरक्षा जरूरतों के लिए एक स्विस कंपनी से ट्रेनर जेट खरीदने का ऑर्डर दिया था। यह खरीद सवालों से घिरी हुई थी। 2019 में सीबीआई जांच में साबित हुआ कि इसमें बिचौलिये शामिल थे। जांच के कारण इस स्विस कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया के कारण एचएएल के स्वदेशी ट्रेनर विमान निर्माण कार्यक्रम को नुकसान पहुंचा।
एचएएल को बढ़ावा देने के लिए भाजपा सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी के देश का नेतृत्व करने के बाद और तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के अथक प्रयासों से एचएएल को स्वदेशी ट्रेनर जेट निर्माण कार्यक्रम को फिर से शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता और प्रशासनिक प्रोत्साहन दिया गया। स्वदेशी रूप से निर्मित ट्रेनर विमान में कम लागत वाले लड़ाकू विमान बनाने की काफी संभावना है, खासकर ग्लोबल साउथ की रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए। बता दें कि एयरो इंडिया 2025 का आयोजन 10 से 14 फरवरी तक येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर किया जा रहा है