भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में 28,000 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं जब्त की गई हैं, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के शासनकाल में केवल 768 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं जब्त की गई थीं। दिल्ली विधानसभा में नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर केजरीवाल के बयान को ‘भटकाव’ करार देते हुए उन्होंने शिरोमणि अकाल दल के नेता सुखबीर बादल पर हमले को लेकर आप पर हमला किया और इसे आप द्वारा शासित दूसरे राज्य पंजाब में “कानून और व्यवस्था की स्थिति के पतन” का एक और उदाहरण बताया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर हुआ हमला
उन्होंने मिडिया से कहा, केजरीवाल ने शायद अपनी पार्टी पर लगाए जा रहे इन गंभीर आरोपों से ध्यान हटाने के लिए अपने चिरपरिचित अंदाज में बेबुनियाद और निराधार आरोप लगाए हैं। आज पंजाब के पवित्र स्वर्ण मंदिर में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर हुआ हमला पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के शासन में कानून-व्यवस्था के पतन का नया उदाहरण पेश कर रहा है और पूरा देश इस घटना से स्तब्ध है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ध्यान भटका रहे हैं और ड्रग्स की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, लेकिन शायद उससे ध्यान हटाने के लिए केजरीवाल ड्रग्स की बात कर रहे हैं। मैं उन्हें स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि यह सच है कि पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार के शासन के दौरान 28,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई है। भाजपा सांसद ने आगे कहा, आपकी सहयोगी और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन में भागीदार कांग्रेस पार्टी के 10 साल के शासन के दौरान जब मुंबई से पंजाब तक नशे का कारोबार फैला हुआ था, तब केवल 768 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई थी।
पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश
क्या यह देश के लिए समझने लायक मुद्दा नहीं है? हम इतने सतर्क और सावधान रहे हैं कि बंदरगाहों पर ही नहीं बल्कि गहरे समुद्र में सौ किलोमीटर अंदर जाकर भी हजारों किलो ड्रग्स जब्त की गई है।” भाजपा नेता ने केजरीवाल पर अपने “निराधार आरोपों” के साथ सैनिकों का ‘मजाक’ उड़ाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर बालाकोट तक कई निराधार सवाल उठाकर हमारे सैनिकों के सम्मान का मजाक उड़ाने वाले केजरीवाल क्या हमारे तटरक्षक बलों और उनके कर्मियों का मजाक नहीं उड़ा रहे हैं, जो सतर्कता और गंभीरता के साथ इस ड्रग माफिया के खिलाफ लड़ रहे हैं। इससे पहले दिन में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने शिरोमणि अकाल दल के नेता सुखबीर बादल पर हमले की निंदा की और राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था और ड्रग की समस्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भी आलोचना की। आज दिल्ली विधानसभा में बोलते हुए केजरीवाल ने कहा, “मैं इस घटना (सुखबीर बादल पर हमले) की कड़ी निंदा करता हूं, लेकिन एक बात साफ है कि पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश रची जा रही है और इसमें बहुत ताकतवर ताकतें शामिल हैं।
ड्रग्स कहां से आ रहे हैं?
आज पंजाब पुलिस ने इस घटना को रोककर अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया और दिखाया कि कानून-व्यवस्था कैसे बनाए रखी जानी चाहिए। आज सुबह जब पंजाब में यह घटना हुई तो पूरी भाजपा और मीडिया राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे। हम पंजाब में घटना को रोकने में कामयाब रहे, लेकिन दिल्ली में हत्याएं हो रही हैं और खुलेआम नशा बिक रहा है, फिर भी पूरी भाजपा चुप है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था को सुधारने की सीधी जिम्मेदारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की है। उन्होंने कहा, “गृह मंत्री के आवास के 30 किलोमीटर के दायरे में गोलीबारी हो रही है और वह सो रहे हैं। क्या आम नागरिक की जान की कोई कीमत नहीं है?” आप सुप्रीमो ने यह भी उल्लेख किया कि वह जहां भी लोगों से मिलते हैं, वे सभी उन्हें एक ही बात कहते हैं–हर जगह नशाखोरी बढ़ रही है। केजरीवाल ने दावा किया, “लोग मुझसे नशे का मुद्दा उठाने का आग्रह कर रहे हैं। लेकिन ये ड्रग्स कहां से आ रहे हैं? दिल्ली में ड्रग्स बनते ही नहीं हैं।
1 अक्टूबर को महिपालपुर में 562 किलो कोकीन और 40 किलो मारिजुआना जब्त किया गया। ये गुजरात से आए थे। कुल 1289 किलोग्राम कोकीन जब्त की गई। लोकसभा चुनाव के दौरान ही 30,959 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई, जिसमें से 30 फीसदी अकेले गुजरात से जब्त की गई। सितंबर 2021 में मुंद्रा पोर्ट से तीन हजार टन ड्रग्स जब्त की गई। पिछले कुछ सालों में गुजरात में ढाई लाख करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई है। मुंद्रा पोर्ट से समुद्र के रास्ते ड्रग्स आ रही है। इसकी फैक्ट्रियां गुजरात में लगी हैं और वहां से इसे पंजाब, यूपी, राजस्थान, एमपी, दिल्ली हर जगह भेजा जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस देश में ड्रग्स पर नियंत्रण की जिम्मेदारी गृह मंत्री के पास है। उन्होंने कहा, उनकी नाक के नीचे गुजरात से पूरे देश में ड्रग्स का वितरण किया जा रहा है। गुजरात, जो उनका गृह राज्य है, अब ड्रग्स का केंद्र बन गया है।