बंगाल हिंसा पर EC के निर्णय को BJP ने बताया 'बड़े गुनाह की छोटी सजा', सौंपा ज्ञापन - Punjab Kesari
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बंगाल हिंसा पर EC के निर्णय को BJP ने बताया ‘बड़े गुनाह की छोटी सजा’, सौंपा ज्ञापन

बीजेपी नेताओं ने कहा कि उन्हें अपेक्षा थी कि अन्य दल इस अराजकता एवं हिंसा की निंदा करेंगे

भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में मंगलवार को हुई चुनावी हिंसा को लेकर चुनाव आयोग की कार्रवाई को ‘‘बड़े गुनाह की छोटी सजा’’ करार देते हुए गुरुवार को आयोग को एक ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने राज्य में बचे हुए सीटों पर मतदान के दौरान हर बूथ पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती तथा आपराधिक एवं अराजक तत्वों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की मांग की।

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, प्रकाश जावड़ेकर, विजय गोयल, बीजेपी मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख अनिल बलूनी सहित कुछ अन्य नेताओं के शिष्टमंडल ने आयोग के समक्ष एक ज्ञापन भी सौंपा। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करने के लिये राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कार्रवाई करने की भी मांग की गई है।

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आयोग से मुलाकात के बाद नकवी ने संवाददाताओं से कहा कि आयोग ने बंगाल में हिंसा के मद्देनजर जो निर्णय किया है, वह ‘‘अदातन गुनाहगार के बड़े गुनाह की छोटी सजा’’ दी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पश्चिम बंगाल में संवैधानिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई है और कानून एवं व्यवस्था को आघात पहुंचाने वाले अराजक तत्वों को प्रदेश सरकार का संरक्षण मिला हुआ है, ऐसे हालात में आयोग को राज्य में बची हुई सीटों अपराधियों एवं अराजक तत्वों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करे।

नकवी ने कहा कि आयोग सभी बूथों पर केंद्रीय सुरक्षा बलों की अपनी निगरानी में तैनाती करे। इसके अलावा हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष के खिलाफ गुंडा एवं अपशब्दों का प्रयोग करने पर आयोग संज्ञान ले और मुख्यमंत्री पर कार्रवाई करे। बीजेपी नेता ने कहा कि राज्य में हर चरण में जिस तरह से हिंसा और अराजकता को तृणमूल कांग्रेस द्वारा प्रोत्साहित किया गया है, उससे स्पष्ट है कि तृणतूल कांग्रेस हार की हताशा में हहाकार कर रही है।

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बीजेपी नेताओं ने कहा कि उन्हें अपेक्षा थी कि अन्य दल इस अराजकता एवं हिंसा की निंदा करेंगे क्योंकि लोकतंत्र के संदर्भ में यह सामान्य शिष्टाचार है। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि ऐसा नहीं हुआ। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में मंगलवार को हुयी चुनावी हिंसा के मद्देनजर राज्य में अंतिम चरण के मतदान के लिये निर्धारित अवधि से एक दिन पहले, 16 मई को रात दस बजे से चुनाव प्रचार पर रोक लगाने का अप्रत्याशित फैसला किया है।

आम चुनाव के आखिरी चरण में पश्चिम बंगाल की नौ लोकसभा सीटों पर 19 मई को मतदान होना है। इससे पहले, मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के बाद कोलकाता में व्यापक पैमाने पर हिंसक घटनाएं घटी। हिंसा के दौरान महान समाज सुधारक और पश्चिम बंगाल के आदर्श पुरुष के रूप में विख्यात ईश्वरचंद्र विद्यासागर की 19वीं सदी की एक प्रतिमा भी क्षतिग्रस्त की गयी।

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