मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में 520 बेड वाले आदिवासी छात्रावास के भूमि पूजन के दौरान उच्च शिक्षा की गारंटी दी। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि आर्थिक और सामाजिक बाधाओं के कारण किसी भी छात्र की शिक्षा न रुके। उन्होंने निःशुल्क भोजन और 15 लाख तक के कर्ज की सुविधा का आश्वासन दिया।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रांची के करमटोली में 520 बेड की क्षमता वाले आदिवासी छात्रावास के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का संकल्प है कि आदिवासी, दलित, पिछड़े और कमजोर वर्ग के किसी भी छात्र-छात्रा की उच्च शिक्षा आर्थिक और सामाजिक कारणों से रुकने न दी जाए। मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि पांच एकड़ के इलाके में बन रहे इस आदिवासी छात्रावास में रहने वाले छात्र विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल करेंगे तो यह उनके लिए सबसे बड़ी खुशी होगी। उन्होंने ऐलान किया कि राज्य में कल्याण विभाग की ओर से संचालित सभी छात्रावासों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को सरकार की ओर से निःशुल्क भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा।
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छात्र-छात्राओं की सहायता और उनके शैक्षणिक विकास के लिए सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत आज छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए 15 लाख रुपए तक का कर्ज बगैर किसी गारंटी के उपलब्ध कराया जा रहा है। आदिवासी और दलित समाज के छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष निःशुल्क कोचिंग मुहैया कराई जा रही है। जल्द ही राज्य के सभी जिलों में सरकार की ओर से आधुनिक सुविधाओं से लैस पुस्तकालयों का निर्माण कराया जाएगा। राज्य में महिला कॉलेजों को संसाधन संपन्न बनाने का लक्ष्य भी हमने अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है।
उन्होंने छात्रों से कहा कि आप पढ़ाई पर फोकस करें, आपकी मुश्किलों को दूर करना सरकार की प्राथमिकता होगी। हमारे समाज के सामने कई तरह की समस्याएं हैं, इसलिए छात्र भटक जाते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। छात्रों की हर समस्या के समाधान के लिए आपकी सरकार यहां मौजूद है। इस दौरान राज्य के आदिवासी कल्याण मंत्री चमरा लिंडा, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, मुख्य सचिव अलका तिवारी सहित कई लोग उपस्थित रहे।