Ayodhya: 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के महत्व पर जोर देते हुए, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह लंबे समय से UP को अपनी आतिथ्य संस्कृति से परिचित कराने का एक अवसर है। सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि श्री अयोध्याधाम को एकल-उपयोग प्लास्टिक से मुक्त बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
- CM योगी ने कहा यह लंबे समय से UP को अपनी संस्कृति से परिचित कराने का एक अवसर
- अयोध्याधाम को एकल-उपयोग प्लास्टिक से मुक्त बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए- CM कार्यालय
- सरयू नदी के पुराने पुल पर यातायात की अनुमति न दें- CM योगी
- प्रत्येक VVIP के साथ एक संपर्क अधिकारी तैनात किया जाना चाहिए
#UPCM @myogiadityanath has directed officials to ensure proper security for all VVIPs.
He said that one liaisoning officer should be deputed with each VVIP and only such people should be deployed who are familiar with the importance of the Shri Ram Janmabhoomi Mukti Yagya, and… pic.twitter.com/cMmtWaPylx
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 20, 2024
दुनिया भर से लोग अयोध्या आने वाले हैं। यहां तैनात पुलिसकर्मियों के व्यवहार से राज्य की छवि पर असर पड़ेगा। ऐसे में उनकी काउंसलिंग की जानी चाहिए। प्राण प्रतिष्ठा का यह लंबे समय से प्रतीक्षित समारोह है। रामलला की मूर्ति जैसी मूर्ति उत्तर प्रदेश को उसकी आतिथ्य संस्कृति से परिचित कराने का अवसर है। श्री अयोध्या धाम को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ‘पुष्प वर्षा’ का भी कार्यक्रम है।
प्राण प्रतिष्ठा पर CM ने दिए निर्देश
सीएम योगी ने कहा, नव्य-दिव्य-भव्य मंदिर। इसे देखते हुए ट्रस्ट और वायुसेना के अधिकारियों से संवाद या समन्वय करें। सरयू नदी के पुराने पुल पर यातायात की अनुमति न दें। सरयू नदी में जल पुलिस को सक्रिय रखें। इसके अलावा, सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम ने कहा कि हर VVIP के साथ एक संपर्क अधिकारी तैनात किया जाएगा। CM योगी ने कहा, रामलला की बालरूपी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम में देश-विदेश से अतिथि आ रहे हैं। इसमें भारत के सभी प्रांतों से संत, धर्मगुरु और गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे। पुख्ता इंतजाम हों। इस अवसर पर भाग लेने आने वाले गणमान्य व्यक्तियों की सुरक्षा और सम्मान के लिए बनाया गया है। प्रत्येक VVIP के साथ एक संपर्क अधिकारी तैनात किया जाना चाहिए। इसमें ऐसे लोगों को तैनात किया जाना चाहिए जो श्री राम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ के पौराणिक, ऐतिहासिक और भौगोलिक महत्व से परिचित हों।
श्री अयोध्याधाम को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने का प्रयास होना चाहिए। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में 'नव्य-दिव्य-भव्य' मंदिर पर पुष्पवर्षा का कार्यक्रम है। इसके दृष्टिगत, न्यास के पदाधिकारियों व एयरफोर्स से संवाद/समन्वय बना लें।
सरयू नदी के पुराने पुल पर आवागमन न होने दें। सरयू…
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 19, 2024
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 22 जनवरी के बाद हर दिन लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे, भारत के सभी राज्यों से लोग आएंगे, ऐसे में अगले छह महीने के लिए स्थिति का आकलन कर कार्ययोजना तैयार की जानी चाहिए। CM बोले कि, 22 जनवरी के उत्सव और उससे आगे के लिए पार्किंग और यातायात प्रबंधन की बेहतर योजना बनाएं। रूट डायवर्जन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। अयोध्या जी को विभिन्न जिलों से जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। आगंतुकों के परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध होनी चाहिए।
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