भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बुधवार को 100वीं जयंती मनाई जाएगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेता उनकी समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर जाकर श्रद्धांजलि देंगे। इस खास मौके पर पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए के अन्य नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर बुधवार सुबह 9 बजे ‘सदैव अटल’ पर जाएंगे और उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को देश सुशासन दिवस के तौर पर मनाता है।
PM मोदी डाक टिकट और सिक्के करेंगे जारी
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम मोदी मध्य प्रदेश के खजुराहो जाएंगे। यहां वह अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करेंगे। इसके साथ वह 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों की आधारशिला भी रखेंगे। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था और उन्हें तीन बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया था। वह जवाहर लाल नेहरू के बाद लगातार तीन लोकसभा चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बनने वाले पहले नेता भी बने थे। उनके जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
पूर्व पीएम की 100वीं जयंती
बता दें, सुशासन दिवस के पीछे का उद्देश्य नागरिकों, विशेषकर युवा पीढ़ी, जो देश का भविष्य हैं, के बीच जागरूकता बढ़ाना है। सरकार को जिम्मेदार ठहराने और शुद्धतम अर्थों में सुशासन बनाए रखने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि नागरिक अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों को समझें। सुशासन दिवस: इतिहास 25 दिसंबर, 1924 को वर्तमान मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन बार भारतीय प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया। 2014 में नव-निर्वाचित नरेंद्र मोदी सरकार ने घोषणा की कि पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में 25 दिसंबर को “सुशासन दिवस” कहा जाएगा। एनडीए सरकार ने फैसला किया कि 25 दिसंबर हर साल पूरे दिन काम का दिन होगा। यह दिन हर साल यह सुनिश्चित करने के लिए मनाया जाता है कि देश के नागरिकों के साथ सरकार उचित व्यवहार करे और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं का पूरा लाभ मिले।