शिवपुरी: खनियाधाना कस्बे में एक सफाईकर्मी ने पाशविकता की पूरी हदों को पार करते हुए घर के बाहर खेल रही दो वर्ष की मासूम बालिका को अपनी हवस का शिकार बना लिया। बालिका के चिल्लाने पर उसकी मां वहां पहुंची और उन्होंने शोर मचाकर लोगों को एकत्रित कर आरोपी को पकड़ लिया। इसके बाद भीड़ ने आरोपी देवा पुत्र रूपचंद बाल्मिकी निवासी वार्ड क्रमांक 2 वंशीवट मोहल्ला को पकड़ लिया और उसकी बुरी तरह धुनाई लगाते हुए पुलिस को सौंप दिया। दुष्कर्म के बाद बालिका अचेत हो गई और उसकी हालत बहुत खराब है।
इस बहशियाना हरकत से कस्बे में गुस्से का वातावरण व्याप्त हो गया है और देखते ही देखते 2 हजार लोग घटना स्थल पर एकत्रित हो गए। आक्रोशित भीड़ ने बस स्टैण्ड पर जाम लगाकर दुकानें बंद करा दीं। इसके बाद भीड़ का रूख आरोपी के घर की ओर हुआ जिसे आग के हवाले कर दिया गया औरआरोपी के परिजन वहां से भाग निकले। उसकी दुकान में भी आग लगा दी गई।
भीड़ का गुस्सा यहीं शांत नहीं हुआ और दो दुकानों और दो घरों को आग के हवाले कर दिया गया। दो बाइकों को भी जला दिया गया तथा शराब की दुकान पर धावा बोलकर वहां जमकर तोडफ़ोड़ की। सुबह करीब 9 बजे दो वर्षीय बालिका अस्पताल के पीछे अपने निवास स्थान पर खेल रही थी। उसी समय कबाड़ा बीनने का कामकरने वाला आरोपी देवा पुत्र रूपचंद बाल्मिक निवासी वार्ड क्रमांक 2 वंशीवट मोहल्ला वहां पहुंचा और उसने मासूम कामुंह बंद कर उसे घर के थोड़े आगे स्थित एक दीवार के किनारे ले गया। जहां आरोपी ने मासूम के साथ दुष्कर्म किया। बालिका के चिल्लाने पर मासूम की मां वहां पहुंची और बालिका की हालत देखकर वह विचलित हो उठी लेकिन हिम्मत कर उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया।
सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची जहां पुलिस आरोपी को भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर पिछोर ले गई। जिस पर लोग उग्र हो गए और उन्होंने बस स्टैण्ड पर जाम लगा दिया। धीरे-धीरे लोगोंका मजमा बढ़ने लगा और देखते ही देखते भीड़ ने हिंसक और उग्र रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते पूरा बाजार बंद हो गया। दोपहर तक मासूम बालिका के परिजन और समाज केलोग सड़कों पर जाम लगाए रहे। जिन्हें समझाने के लिए पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात कर दिया गया। बालिका की मां बालिका कोगोद में लेकर सड़क पर बैठी रही और उसके परिजन व समाज के लोग आरोपी पर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए अड़े रहे।
बॉक्स एक घंटे तक तालाब में छुपा रहा आरोपी सुबह 9 बजे आरोपी ने मासूम बालिका को उसके घर से अगवाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। जब आरोपी को दुष्कर्म करते हुए बालिका की मां ने देख लिया तो वह दौड़कर पास में स्थित एक तालाब में कूद गया और लगभग 1 घंटे तक वह पानी में छिपा रहा। जिसे वहां मौजूद भीड़ ढूंढ़ती रही। बताया जाता है कि आरोपी सांस लेने के लिए कुछ देर के लिए बाहर निकलता और फिर छिप जाता, लेकिन जब उसकी छुपने की शक्ति समाप्त हो गई तो वह तैरता हुआ पानी से बाहर निकलने की जुगत में लग गया और इसी दौरान कुछ लोगों ने पानी में कूदकर आरोपी को पकड़ लिया।
बॉक्स पुलिस ने भीड़ से आरोपी को छुड़ाया तो उत्तेजित हो गए लोग आरोपी देवा बाल्मिकको लोगों ने तालाब से पकड़ लिया और उसकी मारपीट शुरू कर दी। तभी मौके पर पहुंचीपुलिस ने आरोपी को कब्जे में ले लिया और उसे पुलिस वेन में बैठाकर पिछोर के लिएनिकल गए। जिससे भीड़ उत्तेजित हो गई औरउन्होंने जाम लगा दिया। भीड़ की मांग थी कि आरोपी को उनके हवाले कर दिया जाए औरउनकी यह मांग जब पूरी नहीं हुई तो उन्होंने आरोपी के घर पर जाकर उत्पात मचाया औरवहां आग लगा दी।