जगन्नाथ मंदिर के भंडार की चाबी खोने पर राज्य में मची हलचल के बीच 12 वीं सदी के इस मंदिर के प्रशासन ने कहा कि मूल्यवान वस्तुएं सुरक्षित हैं। इस मामले को लेकर बढ़ती चिंता के बीच जगन्नाथ मन्दिर प्रशासन (एसजेटीए) ने बयान जारी कर यह बात कही। इससे कुछ देर पहले ही भंडार की चाबी खो जाने के मामले में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने न्यायिक जांच का आदेश दिया था।
एसजेटीए ने कहा कि रत्न भंडार में दो चैंबर हैं और वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। भंडार के आंतरिक हिस्से को आखिरी बार 1985 में वस्तु सूची तैयार करने के लिए खोला गया था। प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रत्न भंडार के बाहरी चैंबर को खोले बिना अंदर के चैंबर को खोलना नामुमकिन है, इसलिए वे कह सकते हैं कि भगवान के सभी आभूषण सुरक्षित हैं।
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