समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के काम में जुट जाएगी। आगामी चुनाव को निर्णायक बताते हुए उन्होंने कहा कि अब पार्टी किसी गठबंधन के बारे में नहीं सोचेगी बल्कि पार्टी का जनाधार बढाना ही लक्ष्य है।
आपको बता दे कि उन्होंने कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता पार्टी संगठन को मजबूत करना है। अखिलेश यादव ने कहा कि 2019 का चुनाव निश्चित रूप से अहम है क्योंकि उत्तर प्रदेश से निकलने वाला संदेश पूरे देश में जाएगा। इसमें (गठबंधन और सीटों पर माथापच्ची) काफी समय बर्बाद होता है और मैं किसी असमंजस में नहीं रहना चाहता।
हालांकि अखिलेश यादव ने कहा कि बाद में किसी सही समय पर गठबंधन के बारे में सोचा जा सकता है लेकिन इस समय उनकी प्राथमिकता पार्टी संगठन मजबूत करना है। उनके मुताबिक उनकी राजनीति का स्टाइल अलग है और समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ आने में उन्हें परहेज नहीं है। गौरतलब है कि यूपी में विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था।
वही , कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए रथ यात्रा निकालेंगे। अखिलेश यादव ने कहा, आगामी चुनाव के लिए सपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए रथ यात्रा निकालेंगे। इसके लिए एक योजना तैयार हो रही है।
हालांकि अखिलेश यादव ने यह बात साफ की है की है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनकी दोस्ती बरकरार रहेगी, राहुल गांधी के साथ हमारे संबंध अच्छे हैं आपको बता दें कि 2009 में समाजवादी पार्टी ने 21 लोकसभा सीटें जीती थीं, जिसके बाद अखिलेश यादव 2012 में मुख्यमंत्री बने। लेकिन 2014 में सपा सिर्फ 5 लोकसभा सीटें ही जीत सकी।
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