भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती का नाम चर्चा में है। उनकी मां ने अपने बेटे की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। भारती बचपन से ही हवाई जहाज उड़ाने की इच्छा रखते थे और अब देश की सेवा कर रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद भारतीय सेना की बहादुरी की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। पूरा भारत आज अपनी सेना पर गर्वित महसूस कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑपरेशन्स (DGAO) की प्रेस ब्रीफिंग में सेना के शौर्य गाथा सुनाई गई। इसके बाद से ही एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती का नाम हर जगह छाया हुआ है। उन्होंने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई। डिजीएमओ एक भारती बिहार के पूर्णिया के रहने वाले हैं। एके भारती की मां ने एक इंटरव्यू में अपने बेटे की तारीफ करते हुए कि उनके बेटे पर उन्हें बहुत गर्व है। उन्होंने कहा, दुनिया जानती है कि किसके बेटे, किसके पोते ने देश को गौरवान्वित किया है।
‘मेरा बेटा भारत माता की सेवा करता रहेगा’
डीजीएओ एके भारती एक साधारण परिवार से आते हैं। उनके पिता जीवछ लाल यादव सेवानिवृत्त क्लर्क हैं। एके भारती के तीन भाई और एक बहन हैं। उनकी मां उर्मिला देवी ने एक इंटरव्यू में बताया, “अपने दादा के सपने को पूरा करने के लिए बचपन से ही उन्हें हवाई जहाज उड़ाने की इच्छा थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने देश की सेवा शुरू कर दी।” एके भरत की मां ने कहा- ‘मुझे अपने बेटे पर गर्व है’ मेरे तीन बेटे हैं, जिनमें सबसे बड़ा अवधेश कुमार भारती है। मुझे अपने बेटे पर गर्व है। वह देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात है और जीवन भर भारत माता की सेवा करता रहेगा।
बचपन से हवा में उड़ना चाहते थे भारती
उर्मिला देवी ने कहा, “वह बचपन से ही कहा करता था कि वह सशस्त्र बलों में शामिल होना चाहता है, और उसने अपना सपना पूरा कर लिया।” उन्होंने कहा कि एयर मार्शल भारती एक सच्चे देशभक्त हैं और देश के लिए काम करते हैं। उन्होंने यह भी कहा, “मुझे इस बारे में ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है कि मैं कितनी गर्वित हूं, यह दुनिया को देखना है। मैं खुश हूं। दुनिया जानती है कि किसके बेटे, किसके पोते ने देश को गौरवान्वित किया है।”
1987 में देश की सेवा शुरू की
एयर मार्शल भारती ने 1987 में भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में अपने करियर की शुरुआत की। वर्ष 2008 में उन्हें उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति द्वारा वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया। वर्ष 2023 में उन्हें एयर मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया, जो वायु सेना में एक उच्च और प्रतिष्ठित पद है।
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