महाराष्ट्र में 30 हजार किसानों ने भारतीय जनता पार्टी सरकार की नाकामी के विरोध में शनिवार को विरोध मार्च निकाला। यह विरोध मार्च नासिक से चलकर भिवंडी पहुंच गया है। अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) के नेतृत्व में मंगलवार को शुरू हुआ मार्च सोमवार को मुंबई पहुंचने की संभावना है।
आपको बता दे कि इससे पहले 30,000 किसान विरोध प्रदर्शन करते हुए शुक्रवार को ठाणे पहुंच गए हैं। ये किसान पूरी तरह से कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं। हर दिन 30 किमी की दूरी तय करने वाले इन किसानों का लक्ष्य 12 मार्च को मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करना है। कर्ज माफी की मांग कर रहे ऑल इंडियन किसान सभा (एआईकेएस) के 20,000 से अधिक किसान इस बार सरकार से आर पार की लड़ाई के तेवर में नजर आ रहे हैं।
किसानों का जन समूह विरोध प्रदर्शन के लिए मुंबई से 73 किलोमीटर दूर ठाणे जिले के शाहपुर में एकत्र हुआ है। मुंबई पहुंचकर ये किसान अपनी मांगें मनवाने के लिए विधानसभा का घेराव करेंगे। कर्जमाफी के अलावा किसानों की मांग बिजली के बिलों को भी माफ करने की है।
बता दें कि महाराष्ट्र लंबे समय से किसानों की समस्या से जूझ रहा है। हज़ारों किसान खुदकुशी कर चुके हैं। शिवसेना और भाजपा में तकरार का बड़ा मुद्दा भी किसान ही हैं। अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भी अगले साल होंगे। ऐसे में किसानों को लगता है कि सरकार पर दबाव डालने का ये सही वक्त है। देखने वाली बात ये होगी कि किसान सरकार से अपनी मांगे मनवाते पाते हैं या नहीं।
गौरतलब है कि किसानों की यह 180 किलोमीटर लंबी यात्रा 5 मार्च को सेंट्रल नासिक के सीबीएस चौक से हुई थी। राज्य के किसान पूरी तरह से ऋण और बिजली के बिलों को माफ करने की मांग कर रहे हैं। गौर करने वाली बात है कि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले साल ऋणमाफी योजना के प्रथम चरण के तहत 4,000 करोड़ रुपए के ऋण की माफी की घोषणा की थी।
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