महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी को जो जीत हासिल हुई है उसके पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कड़ी मेहनत है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने एक व्यक्ति दो घर की माइक्रो मैनेजमेंट की प्लानिंग की थी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या उसके सहयोगी संगठनों ने हरियाणा चुनाव के बाद ही महाराष्ट्र के चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर लिया था।
पूरी माइक्रो प्लानिंग RSS के स्वयंसेवकों एवं RSS के सहयोगी 36 संगठन ने किया था। पूरे महाराष्ट्र में स्वयंसेवक भारतीय जनता पार्टी की जीत की नींव मजबूत करने में लगे हुए थे।
RSS के जो स्थानीय स्वयंसेवक थे उन्हें ‘एक स्वयंसेवक दो घर’ की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके तहत लोगों को दो व्यक्तियों के घर पर जाकर 100% मतदान की बात करनी है, सनातन की बात करनी है, हिंदू धर्म की बात करनी है, राष्ट्रीय हित की बात करनी है।
उसे उन व्यक्तियों के घर पर कुछ खाना-पीना नहीं है, सिर्फ अपनी बात उनके सामने रखनी है और जब तक वह मोटिवेट नहीं हो जाते तब तक उनके संपर्क में रहना है।
जब लगे कि वो व्यक्ति अपनी बातों से प्रभावित हो चुका है, मोटिवेट हो चुका है, फिर अगले दो घर का लक्ष्य रखा जाता था।