राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि पश्चिमी अफ्रीकी देश बेनिन से संबंधों को मजबूत बनाने में भारतीय समुदाय के लोगों का अहम योगदान रहा है।
श्री कोविंद ने यहां भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज सुबह आप सभी (भारतीय समुदाय के लोगों) के बीच आकर मैं बहुत प्रसन्न हूं। मुझे बताया गया है कि बेनिन के अलावा नाइजीरिया से भी भारतीय समुदाय के लोग यहां आए हैं। मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं।
अभी तक मैंने जिस भी देश की यात्रा की है, उस देश में रह रहे भारतीय समुदाय से मिलने को मैंने हमेशा प्राथमिकता दी है ताकि उन्हें भारत की विकास-गाथा के बारे में बता सकूं और उनके परिवार तथा मित्रों की शुभकामनाएं उन तक पहुंचा सकूं। दूर देश में रह रहे अपने भाइयों-बहनों से मिलना, मेरे लिए एक विशिष्ट अनुभव होता है और इसे मैं अपने हृदय में संजोकर रखता हूं।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘कल बेनिन के राष्ट्रपति के साथ मेरी विस्तृत चर्चा हुई। मुझे बेनिन के नेशनल एसेंबली को संबोधित करने का विशेष सम्मान मिला। चर्चा के दौरान मैंने भारत और बेनिन के संबंधों को मजबूत करने के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। बेनिन के नेता आपकी (भारतीय समुदाय के लोग), आपके कड़ी मेहनत की और स्थानीय अर्थव्यवस्था और स्थानीय समुदाय में आपके योगदान की प्रशंसा कर रहे थे। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने दोनों देशों की साझेदारी को आगे बढ़ने के लिए बेनिन के साथ विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किया। हमने इस देश में वित्त विकास परियोजनाओं के लिए 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर का रियायती रिण की पेशकश की है और एक्सपोर्ट क्रेडिट एजेंसी की स्थापना के लिए बेनिन की मदद के लिए सहमत हैं। हमने बेनिन में युवकों को प्रशिक्षित करने के लिए हमारी टेली-शिक्षा कार्यक्रम, ई-विद्या-भारती और टेली-मेडिसिन जैसी परियोजाओं की भी पेशकश की है।
श्री कोविंद ने कहा, ‘‘ भारत से बेनिन की पहली राजकीय यात्रा पर आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हुई है। पश्चिम अफ्रीका की यात्रा का यह मेरा पहला अवसर है। मुझे गाम्बिया और गिनी गणराज्य भी जाना है। भारत की ओर से इन देशों में भी, राष्ट्राध्यक्ष स्तर की यह पहली यात्रा होगी। मेरी यात्राएं अफ्रीका महाद्वीप के सभी देशों के साथ अपने सम्बन्धों को मजबूत बनाने की हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।’’
श्री कोविंद ने अपने भाषण की शुरुआत महात्मा गांधी के भजन- ‘वैष्णव जन तो तेने कहिये जे..’ के उत्कृष्ट प्रस्तुतिकरण के लिए सुश्री जैनब अबिब को बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा, ‘‘सुश्री जैनब अबिब ने अफ्रीकी संवेदनशीलता और भारतीय आध्यात्मिकता को बहुत ही खूबसूरत ढंग से जोड़ है।’’