कर्नाटक में मची सियासी उठापटक के बीच जेडीएस के भी सभी नौ मंत्रियों ने अपना इस्तीफा दे दिया है। जल्द ही कर्नाटक मंत्रिमंडल में फेरबदल होने वाला है। इससे पहले कांग्रेस के 21 मंत्री अपने पद से इस्तीफा सौंप चुके है। साथ निर्दलीय विधायक नागेश ने भी सरकार से अपना समर्थन वापस लेते हुए बीजेपी को समर्थ देने की बात कही है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर बताया, ‘‘जद (एस) के सभी मंत्रियों ने भी कांग्रेस के 21 मंत्रियों की तरह इस्तीफे दे दिये हैं। मंत्रिमंडल में जल्द ही फेरबदल होगा।’’ सत्तारूढ़ गठबंधन के 13 विधायकों के इस्तीफों के बाद कर्नाटक में संकट पैदा हो गया। राज्य मंत्रिमंडल में जद (एस) का हिस्सा मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्रियों का है जबकि निर्दलीय विधायक आर शंकर समेत कांग्रेस के 22 मंत्री हैं। शंकर को पिछले महीने पार्टी कोटा से मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल शामिल किया गया था।
All ministers from #JDS have submitted their resignations just like the 21 ministers from #Congress.
Cabinet reshuffle will happen soon.— CM of Karnataka (@CMofKarnataka) July 8, 2019
इस पूरे घमासान को लेकर मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कुछ भी कहने से मना कर दिया है। मीडिया के सामने आते ही उन्होंने कहा, मुझे वर्तमान राजनीतिक विकास के बारे में किसी प्रकार की चिंता नहीं है। मैं राजनीति के बारे में कुछ भी चर्चा नहीं करना चाहता।
वहीं सोमवार को समर्थन वापस लेने के बाद कर्नाटक के निर्दलीय विधायक नागेश मुंबई के सोफिटेल होटल में पहुंच गए हैं, जहां अन्य बागी कर्नाटक के विधायक रह रहे हैं। इससे पहले कांग्रेस के सभी मंत्रियो ने इस्तीफा दे दिया है। इस पूरी सियासत को लेकर उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर के निवास पर कांग्रेस मंत्रियों की बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया और कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी हिस्सा लिया।
कर्नाटक मंत्रिमंडल में फेरबदल के लिए कांग्रेस के मंत्रियों ने स्वेच्छा से दिया इस्तीफा : वेणुगोपाल
बैठक के बाद मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेताओं से बातचीत की। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘ उन्होंने वर्तमान परिदृश्य में इन मुद्दों के समाधान के लिए मंत्रिमंडल में फेरबदल पर जरूरी फैसला करने का जिम्मा कांग्रेस पार्टी पर छोड़ दिया है। मैं मंत्रियों को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।