विटामिन बी 12 के उपाय क्योंकि हमारा शरीर खुद विटामिन बी12 का उत्पादन नहीं कर सकता है, इसलिए हमें इसे आहार के जरिए प्राप्त करना होता है
विटामिन बी 12 का लेवल जब लगातार कम होता जाता है तो इसे विटामिन बी 12 की कमी के नाम से जाना जाता है. अगर समय पर इस पर ध्यान ना दिया जाए तो इससे कई तरह की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
विटामिन B 12 की कमी से हाथ पैरों में सुन्नपन का एहसास होना, चींटी जैसे चलने का एहसास होना, इसके अलावा चेहरे का पीला पड़ जाना, स्किन का ड्राई हो जाना और याददाश्त कमजोर हो जाना या फिर मूड का चिड़चिड़ा सा रहना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
न्यूट्रिशनल यीस्ट एक वीगन फूड है, जिसमें विटामिन बी 12, बी 6 और बी 1 प्रमुख होते हैं. इसका उपयोग विभिन्न व्यंजनों में किया जा सकता है, जैसे कि सूप, सलाद, या पॉपकॉर्न पर छिड़क कर. यह विटामिन बी12 की डेली जरूरत को आसानी से पूरा करता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, दही, और पनीर, विटामिन बी 12 के अच्छे सोर्स हैं. इन्हें अपनी डेली डाइट में शामिल कर आप विटामिन बी12 की कमी को पूरा कर सकते हैं।
सीवीड्स में भी विटामिन B12 होता है. जापानी और कोरियाई खाने में सीवीड्स का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है।
विटामिन बी 12 का लेवल 300pg/mL से ऊपर होना नॉर्मल माना जाता है. यह लेवल जब 200pg/mL से कम होता है तो इसे कम माना जाता है।