हर साल 4 फरवरी को मनाए जाने वाले विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर, भोपाल में स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दिन को विशेष रूप से स्तन कैंसर जैसे गंभीर रोग के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित किया गया था, ताकि महिलाएं इस बीमारी को समय रहते पहचान सकें और इलाज करवाने के लिए प्रेरित हो सकें। कार्यक्रम की शुरुआत सीपीएचडी हेल्थकेयर फाउंडेशन के समाजसेवको ने की और उन्होंने कहा कि, “स्तन कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो अगर समय रहते पहचान ली जाए तो पूरी तरह से ठीक हो सकती है। इस दिन का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना नहीं, बल्कि लोगों को इससे बचाव के उपायों और शुरुआती लक्षणों के बारे में जागरूक करना भी है।”
कार्यक्रम के दौरान,महिलाओं को आत्म-परख (self-examination) के तरीके, स्क्रीनिंग के महत्व, और सही जीवनशैली अपनाने के उपायों के बारे में जानकारी दी गयी। सोशल मीडिया पर भी इस अभियान के तहत जागरूकता फैलाने के लिए कई पोस्ट और वीडियो शेयर किए जायेगे , ताकि स्तन कैंसर के बारे में अधिक से अधिक महिलाएं जागरूक हो सकें। फाउंडेशन ने विशेष रूप से उन महिलाओं को प्रेरित किया जो अपनी व्यस्त जीवनशैली के कारण स्वास्थ्य जांच से बचती हैं।
सीपीएचडी हेल्थकेयर फाउंडेशन का मानना है कि विश्व कैंसर दिवस पर इस तरह की पहल से समाज में जागरूकता बढ़ेगी और महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक जिम्मेदार बनेंगी। इस अभियान के अंतर्गत,स्कूल के बच्चे ने भाग लिया और स्तन कैंसर के लक्षणों और उपचार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। साथ ही, समाजसेवको ने इस बात पर भी जोर दिया कि स्तन कैंसर को शुरुआती अवस्था में पहचानने से इलाज की सफलता दर बहुत अधिक होती है।
महिलाओं से अपील:
फाउंडेशन ने सभी महिलाओं से अपील की है कि वे नियमित रूप से आत्म-परख करें, यदि कोई असामान्य लक्षण महसूस हो, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और स्क्रीनिंग कराएं। यह कदम स्तन कैंसर से बचाव में अहम साबित हो सकता है। विश्व कैंसर दिवस पर किए गए इस जागरूकता अभियान ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि सामूहिक प्रयासों से हम स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को हराकर महिलाओं को स्वस्थ और खुशहाल जीवन दे सकते हैं।