Sleep Paralysis: क्या आपको भी सोते समय आते हैं डरावने ख्याल? स्लीप पैरालिसिस के हो सकते हैं लक्षण
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क्या आपको भी सोते समय आते हैं डरावने ख्याल? स्लीप पैरालिसिस के हो सकते हैं लक्षण

Sleep Paralysis

Sleep Paralysis: स्लीप पैरालिसिस एक तरह का स्लीपिंग डिसऑर्डर है, जिस पर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो गंभीर रूप ले सकता है। इस बीमारी से बचने के लिए कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए।

Highlights

  • तेजी से बदल हा है लाइफस्टाइल
  • स्लीप पैरालिसिस को स्लीपिंग डिसऑर्डर कहा जातै है
  • स्लीप पैटर्न को सुधारे

Sleep Paralysis के कारण

तेजी से बदल रही लाइफस्टाइय का असर हमारी सेहत पर भी नजर आने लगा है। इन दिनों लोग कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। स्लीप पैरालिसिस इन्हीं गंभीर समस्याओं में से है। ऐसे में जरूरी है कि व्यक्ति को इसकी सही जानकारी हो। अगर आपको भी खुद में निम्न लक्षण नजर आते हैं तो यह स्लीप पैरालिसिस हो सकता है।

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लेकिन इन दिनों लगातार बढ़ते स्ट्रेस और हमारी आदतों की वजह से स्लीप पैटर्न पूरी तरह बिगड़ चुका है, जिसकी वजह से लोग कई तरह के स्लीप डिसऑर्डर का शिकार हो रहे हैं। स्लीप पैरालिसिस ऐसी ही एक समस्या है, जिससे इन दिनों कई लोग परेशान हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको स्लीप पैरालिसिस से जुड़ी सभी जरूरी बातों के बारे में बताएंगे, तो आइए जानते हैं।

क्या है Sleep Paralysis?

आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि आप नींद से जाग चुके हैं, लेकिन फिर भी बिस्तर से उठ नहीं पा रहे हैं। लाख कोशिश के बाद भी आप न तो हिल पा रहे और न ही कुछ बोल पा रहे हैं। अगर आपने भी यह सब महसूस किया है, तो यही स्लीप पैरालिसिस है। आसान भाषा में कहे को स्लीप पैरालिसिस के व्यक्ति नींद में जागने, उठने और बोलने में असमर्थ हो जाता है। इस दौरान व्यक्ति को यह लगता है कि वह होश में है,लेकिन उसका शरीर हिल-डुल नहीं पा रहा। अक्सर गहरी नींद आने से पहले या नींद खुलने से कुछ देर पहले ये समस्या हो सकती है।

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ऐसे करें Sleep Paralysis से बचाव

अभी तक इस समस्या के लिए ऐसा कोई इलाज या थैरेपी नहीं है, जिससे इसका ठीक किया जा सके। ऐसे में अपनी लाइफस्टाइल में छोटे मगर जरूरी बदलाव कर आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं। इन बदलावों में निम्न शामिल हैं।

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  • अपने जीवन में तनाव कम करें
  • नियमित रूप से व्यायाम करें, लेकिन सोने के समय के आसपास नहीं
  • पर्याप्त आराम करें
  • सही स्लीप साइकिल फॉलो करें
  • करवट लेकर सोएं और पीठ के बल सोने से बचें।
  • शराब, सिगरेट या दूसरे प्रकार के नशों से बचें

आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।