बदलते मौसम से हो गया खांसी-जुकाम, तो बिन दवा इन तरीको से पाएं आराम - Punjab Kesari
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बदलते मौसम से हो गया खांसी-जुकाम, तो बिन दवा इन तरीको से पाएं आराम

मौसम में अचानक बदलाव आने से लोगों की सेहत खराब हो जाती है। अचानक मौसम बदलना सभी के एक बड़ी चुनौती भरा होता है। सुबह-शाम ठंड लगना और फिर कभी-कभी तेज गर्मी लगना सब बदलते मौसम का असर है। इन दिनों बुखार, जुकाम और खांसी-जुकाम गले में खराश जैसी दिक्कतों का कारण बन सकती है। साथ ही शहरों में रह रहे लोगों के लिए प्रदूषण भी एक बड़ा खतरा होता है।

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इस मौसम में खराश किसी के लिए भी परेशानी का एक बड़ा कारण हो सकता है। फिर आप इन सभी चीजों को ठीक करने के लिए दवा का सहारा लेते है, पर आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताने वाले है, जिससे आप आराम पा सकते है।

शहद

शहद में कई सारे चिकित्सीय गुण होते हैं जो गले की खराश और दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। कई वर्षों से, आयुर्वेद कई प्रकार की बीमारियों के लिए प्राकृतिक इलाज के रूप में शहद का उपयोग करता रहा है। आयुर्वेद के अलावा मेडिकल साइंस ने भी माना है कि शहद दर्द और गले की खराश से राहत दिलाने में मदद करता है।

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गुनगुने नमकीन पानी के गरारे

गुनगुने पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर गरारे करने से दर्द से राहत और गले की खराश से राहत मिल सकती है। गले में जीवाणु संक्रमण के लिए गरारे करना एक उपयोगी उपचार है। जब गले की सतह पर बैक्टीरिया से छुटकारा पाने की बात आती है, तो नमक का पानी मददगार हो सकता है।

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अदरक वाली चाय

अदरक की चाय पीने से सामान्य सर्दी या फ्लू के लक्षणों, जैसे सिरदर्द, गले में खराश और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। शोध के अनुसार, श्वसन संबंधी बीमारियों का कारण बनने वाले कुछ बैक्टीरिया और वायरस को अदरक के अर्क से मारा जा सकता है। जांच से ये भी पता चला है कि अदरक टीबी के रोगियों में सूजन को कम करने में मदद करता है।

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नोट: इस खबर को हेल्थ एक्सपर्ट के सुझाव के आधार पर तैयार किया गया है। ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर से सुझाव जरूर लें।

 

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