माइग्रेन के इलाज में संतुलित आहार, सही दिनचर्या और तनाव मुक्त जीवन अहम भूमिका निभाते हैं। तेज आवाज और रोशनी से बचें। मेडिटेशन और अनुलोम-विलोम से राहत मिल सकती है। अत्यधिक कैफीन और मसालेदार खाने से बचें। नियमित नींद से माइग्रेन को कम किया जा सकता है।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में माइग्रेन आम बात है। हर कोई इससे जूझ रहा है। माइग्रेन से सिर में एक तरफ लगातार दर्द होता है। तेज आवाज और तेज रोशनी से आपको चिढ होती है। दवा लेने के बाद माइग्रेन का दर्द थोड़ी देर के लिए ठीक हो जाएगा लेकिन फिर वही दर्द लौट आता है। इसका कोई पक्का इलाज नहीं है? ऐसे कई प्रश्न आपके दिमाग में आते होंगे तो चलिए जानते है इसके इलाज क्या है।
सिरदर्द को नज़रअंदाज़ न करें
माइग्रेन और सिरदर्द को नज़रअंदाज़ करना खुद के साथ अन्याय है। अगर आप सही दिनचर्या, संतुलित आहार और तनाव मुक्त जीवन अपनाते हैं, तो इस समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। इसका रामबाण इलाज कोई जादू नहीं, बल्कि हर रोज़ समझदारी से लिया गया एक छोटा सा फ़ैसला है, जो धीरे-धीरे आपको दर्द से राहत दिला सकता है।
माइग्रेन के लक्षण
सिर दर्द के एक तरफ तेज दर्द होना
रोशनी और तेज आवाज से दिक्कत
हमेशा उल्टी होना
आंखों के सामने काला छाना या तेज चमक आना
थकान और चिड़चिड़ापन होना
माइग्रेन के मुख्य कारण
मानसिक तनाव, अत्यधिक ऑफिस का काम, पारिवारिक जिम्मेदारियाँ या व्यक्तिगत तनाव
नींद की कमी या अनियमित नींद
भूखे रहना या समय पर खाना न खाना
बहुत ज़्यादा कैफीन या शराब का सेवन
तेज़ गंध, तेज़ रोशनी या तेज़ आवाज़ वाले जगह में रहना
माइग्रेन के लिए ये खास उपाय
चॉकलेट, चीज़, पैकेज्ड फूड, और बहुत अधिक मसालेदार चीजें माइग्रेन को बढ़ा सकती हैं.
माइग्रेन से निजात पाने के लिए खूब पानी पिए।
अधिक चाय और कॉफ़ी पिने से माइग्रेन की समस्या हो सकती है।
हर दिन सही समय पर सोना और उठना माइग्रेन को कम करने में सहायक होता है।
माइग्रेन से निजात पाने के लिए आप मेडिटेशन और अनुलोम-विलोम करे।
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