तुम मुख़ातिब भी हो क़रीब भी हो
तुम को देखें कि तुम से बात करें
-फ़िराक़ गोरखपुरी
दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के
वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के
-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी
किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी
-बशीर बद्र
Hindi Poetry: “तुम्हें ग़ैरों से कब फ़ुर्सत” शायरों की महफिल से 8 खूबसूरत शेर
ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है जिस में
हर घड़ी दर्द के पैवंद लगे जाते हैं
-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
वक़्त आने दे दिखा देंगे तुझे ऐ आसमान
हम अभी से क्यूं बताएं क्या हमारे दिल में है
-बिस्मिल अज़ीमाबादी
आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं
सामान सौ बरस का है पल की ख़बर नहीं
-हैरत इलाहाबादी
सूरज हूं ज़िंदगी की रमक़ छोड़ जाऊंगा
मैं डूब भी गया तो शफ़क़ छोड़ जाऊंगा
-इक़बाल साजिद
दिया ख़ामोश है लेकिन किसी का दिल तो जलता है
चले आओ जहां तक रौशनी मा’लूम होती है
-नुशूर वाहिदी
Shraddha Kapoor Skin Care: जानें श्रद्धा कपूर की निखरी त्वचा का राज