वो आए घर में हमारे ख़ुदा की कुदरत है
कभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैं
-मिर्ज़ा ग़ालिब
वो बात सारे फ़साने में जिस का ज़िक्र न था
वो बात उन को बहुत ना-गवार गुज़री है
-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
वक़्त आने दे दिखा देंगे तुझे ऐ आसमान
हम अभी से क्यूं बताएं क्या हमारे दिल में है
बिस्मिल अज़ीमाबादी
Gulzar Poetry: गुलज़ार जी की कलम से 8 खूबसूरत शेर
बड़ा शोर सुनते थे पहलू में दिल का
जो चीरा तो इक क़तरा-ए-ख़ूं न निकला
-हैदर अली आतिश
चले तो पांव के नीचे कुचल गई कोई शय
नशे की झोंक में देखा नहीं कि दुनिया है
-शहाब जाफ़री
वक़्त दो मुझ पर कठिन गुज़रे हैं सारी उम्र में
इक तिरे आने से पहले इक तिरे जाने के बाद
-मुज़्तर ख़ैराबादी
किस ने भीगे हुए बालों से ये झटका पानी
झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी
-आरज़ू लखनवी
लोग कहते हैं मोहब्बत में असर होता है
कौन से शहर में होता है किधर होता है
-मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
Navratri Kanya Pujan: कन्या पूजन पर दें ये तोहफे, बच्चियों के चहरे पर आएगी मुस्कान