डायबिटीज मरीज न लें ज्यादा स्ट्रेस, बन सकते हैं कई बीमारियों के शिकार - Punjab Kesari
Girl in a jacket

डायबिटीज मरीज न लें ज्यादा स्ट्रेस, बन सकते हैं कई बीमारियों के शिकार

Health Tips: पिछले कुछ समय से देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इस बीमारी में डायबिटीज के मरीजों को हर वक्त अपने ब्लड शुगर को काबू में रखने की जरूरत होती है। कार्ब्स से भरपूर और मीठे खाद्य पदार्थ आपका शुगर बढ़ा सकते हैं लेकिन सिर्फ इन्हीं चीजों से नहीं बल्कि ज्यादा तनाव लेने से भी आपका ब्लड शुगर बढ़ सकता है।

health2

डायबिटीज मरीज रहें स्ट्रेस से दूर

देश में डायबिटीज की बीमारी तेजी से फैल रही है। डराने वाली बात यह है कि सिर्फ व्यस्क ही नहीं युवा और बच्चे भी इसका तेजी से शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज में आपके शरीर में जरूरी इंसुलिन नहीं बना पाता है या जितना इंसुलिन बनता है, शरीर उसका ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता है। इस वजह से खून में शुगर (शर्करा) की मात्रा बढ़ने लगती है। इंसुलिन एक तरह का हार्मोन है जो भोजन से मिलने वाली शुगर को शरीर की कोशिकाओं तक पहुंचाता है।

health3

तनाव लेना डायबिटीज़ के लिए हानिकार

तनाव आपको अलग-अलग तरीक़ों से प्रभावित कर सकता है। आपका शरीर जिस तरह से तनाव महसूस करता है. उसी तरह से प्रतिक्रिया करता है। जब टाइप 2 डायबिटीज़ वाले लोग मानसिक तनाव महसूस करते हैं. तो आमतौर पर उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. वहीं दूसरी ओर टाइप 1 डायबिटीज़ वाले मरीज़ों को कुछ और ही महसूस हो सकता है. यानी तनाव की वजह से ब्लड शुगर बढ़ सकता है और कभी-कभी कम भी हो सकता है. ये दोनों ही स्थितियां टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज़ वाले लोगों को प्रभावित कर सकती हैं.

health4

तनाव से कैसे बचें?

इससे बचने के लिए सबसे पहले अपने तनाव की वजह को समझें। उस समय अपना ब्लड शुगर जरूर चेक करें। उदाहरण के लिए, कई बार लोग ऑफिस में सोमवार को बहुत तनाव महसूस करते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा ही है। तो उस दिन अपना ब्लड शुगर ट्रैक करें। तनाव को कम करने की कोशिश करें। कुछ हफ़्तों तक लगातार इस पैटर्न को चेक करें और इसे खत्म करने या कम करने की कोशिश करें।

तनाव को कैसे नियंत्रित करें?

तनाव को प्रभावी तरीके से नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करने की ज़रूरत होती है। योग या ताई ची जैसे व्यायाम तनाव को कम करने में बहुत मदद करते हैं। किसी भी तरह की तनावपूर्ण स्थिति से बचें, ध्यान जैसी माइंडफुल तकनीक का इस्तेमाल करें और सबसे ज़रूरी बात कैफीन का सेवन कम करें। अगर कुछ भी काम न आए, तो आपको अपने दोस्तों और परिवार से बात करनी चाहिए।

(Input From ANI)

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।