Cervical Cancer: Cervical Cancer से हारी Poonam Pandey, इस स्टेज में खुद को बचाना है मुश्किल
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Cervical Cancer से हारी Poonam Pandey, इस स्टेज में खुद को बचाना है मुश्किल

Cervical Cancer

Cervical Cancer: Model और Actress पूनम पांडे (Poonam Pandey) का सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से निधन हो गया है। अपनी बेबाक अंदाज के लिए जानी जाने वाली पूनम पांडे सर्वाइकल कैंसर से जंग हार गई। जानें क्या है Cervical Cancer और क्या है इसके लक्षण?

Highlights

  • Cervical Cancer से Actress Poonam Pandey की हुई मौत
  • महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा है Cervical Cancer
  • 9-14 साल की लड़कियों को दी जाएगी Cervical Cancer फ्री वैक्सीन

Cervical Cancer से हुई पूनम पांडे की मौत

Model और Actress पूनम पांडे (Poonam Pandey) का सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से निधन हो गया है। अपनी बेबाक अंदाज के लिए जानी जाने वाली पूनम पांडे सर्वाइकल कैंसर की जंग हार गई। उनकी टीम ने आज सुबह उनके Instagram account पर पोस्ट के जरिए इस बात की सूचना दी। हैरानी वाली बात यह है, कि हमेशा फिट और खूबसूरत दिखने वाली पूनम पांडे अचानक इस दुनिया को अलविदा कर गई। उनकी मौत सर्वाइकल कैंसर के कारण हुई है।

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क्या है Cervical Cancer?

Cervical Cancer सर्विक्स की लाइनिंग, यानी यूटरस के निचले हिस्से को प्रभावित करता है। सर्विक्स की लाइनिंग में दो तरह की कोशिकाएं होती हैं। स्क्वैमस या फ्लैट कोशिकाएं और स्तंभ कोशिकाएं। गर्भाशय ग्रीवा के क्षेत्र में जहां एक सेल दूसरे प्रकार की सेल में परिवर्तित होती है, उसे Squamo-Colummar Junction कहा जाता है। यह ऐसा क्षेत्र है, जहां कैंसर के विकास की सबसे अधिक संभावना रहती है। गर्भाशय-ग्रीवा का कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है और समय के साथ पूर्ण विकसित हो जाता है।

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Cervical Cancer के लक्षण क्या है?

Cervical Cancer को लेकर अक्सर एक बात कही जाती है कि यह एक साइलेंट किलर है। इसके लक्षण शरीर पर तब तक दिखाई नहीं देते हैं, जब तक यह अपने आखिरी स्टेज पर न पहुंच जाए। जब तक मरीज को इस बीमारी का पता चलता है उसे बचाना मुश्किल हो जाता है. इसलिए एक्सपर्ट्स हमेशा महिलाओं को इसकी स्क्रीनिंग करवाने के लिए कहते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर टाइम टू टाइम चेक करवाया जाए तो इस बीमारी से जान बचाई जा सकती है।

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महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा है Cervical Cancer

भारत में Cervical Cancer के करीब 1,22,000 नए मामले सामने आते हैं, जिसमें लगभग 67,500 महिलाएं होती हैं। कैंसर से संबंधित कुल मौतों का 11.1% कारण Cervical Cancer कैंसर ही है। यह स्थिति और भी खराब इसलिए हो जाती है, कि देश में मात्र 3.1% महिलाओं की इस हालत के लिए जांच हो पाती है, जिससे बाकी महिलाएं खतरे के साये में ही जीती हैं। आंकड़ो के अनुसार 15 से 44 वर्ष की आयु में भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत का दूसरा सबसे आम कारण गर्भाशय-ग्रीवा या Cervical Cancer के रूप में उभरा है। अगर समय पर इलाज शुरू हो जाए, तो इस रोग से मुक्ति पाई जा सकती है।

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Cervical Cancer के लिए बजट में लिया गया फैसला

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Cervical Cancer के बढ़ते हुए मामले देखते हुए अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि 9-14 साल की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर के फ्री वैक्सीन दी जाएगी। ताकि उन्हें इस बीमारी से बचाया जा सके। जल्द ही भारत में सर्वाइकल कैंसर के वैक्सीन मिलने शुरू हो जाएंगे।

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समय पर पता चलने से इलाज संभव

एक्पर्ट्स का कहना है, अगर first stage में इस कैंसर का पता चल जाए, तो 90% तक मरीज को बचाया जा सकता है। वहीं अगर स्टेज 2 में इस बीमारी का पता चले तो 80% चांस रहते हैं कि इस बीमारी से बचाया जा सकता है।

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कैंसर का एक बार पता चलने पर इसके इलाज के दौरान क्रायोथेरेपी, लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सिशन प्रक्रिया (LEEP) या कोल्ड कोगुलेशन सहित अन्य तरीकों से किया जा सकता है. अगर बीमारी आखिरी स्टेज में पहुंच गई है तो मरीज को बचाना बेहद मुश्किल है। क्योंकि यह Cancer जैसे-जैसे बढ़ता है, यह शरीर के दूसरे अंगों को भी अपने गिरफ्त में लेता जाता है।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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