कार्डियो ड्रमिंग : संगीत के साथ वजन घटाने का मजेदार तरीका, जिम की मेहनत से छुटकारा
Girl in a jacket

कार्डियो ड्रमिंग : संगीत के साथ वजन घटाने का मजेदार तरीका, जिम की मेहनत से छुटकारा

कार्डियो ड्रमिंग : शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विभिन्न प्रकार के व्यायाम किए जाते हैं, जैसे दौड़ना, जिम में पसीना बहाना या योग। लेकिन हाल के दिनों में एक नया और दिलचस्प व्यायाम ‘कार्डियो ड्रमिंग’ तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह व्यायाम न केवल व्यायाम की बोरियत से छुटकारा दिलाता है, बल्कि संगीत का आनंद लेते हुए फिटनेस का मजा भी देता है। कार्डियो ड्रमिंग एक ऐसी फिटनेस विधि है जिसमें दो ड्रमस्टिक, एक फिटनेस बॉल और एक स्थिर बेस की जरूरत होती है। फिटनेस बॉल को बेस पर रखा जाता है, जिससे यह स्थिर रहता है और व्यायाम करने में आसानी होती है। इस विधि का उद्देश्य हृदय के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करना है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।

Highlight : 

  • कार्डियो ड्रमिंग व्यायाम करने से जिम की मेहनत से मिलेगा छुटकारा 
  • हृदय रोगों का खतरा होगा कम 
  • कार्डियो ड्रमिंग के कई स्वास्थ्य लाभ हैं

कार्डियो ड्रमिंग, एक संगीतमय व्यायाम

कार्डियो ड्रमिंग के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह हृदय के स्वास्थ्य को सुधारने, ब्लड प्रेशर को कम करने, तनाव और चिंता को घटाने, सहनशक्ति बढ़ाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है। डॉक्टर का कहना है कि यह व्यायाम उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जिनकी नियमित व्यायाम में रुचि नहीं है या जो एक ही प्रकार के व्यायाम से थक गए हैं। डॉक्टर बताते हैं कि, कार्डियो ड्रमिंग न केवल हृदय कोशिकाओं पर असर डालता है, बल्कि हाथों की मसल्स, कोर मसल्स और अन्य एरोबिक मसल्स का भी उपयोग करता है। यह एक संपूर्ण व्यायाम है।

Guide to the Good Life: Cardio Drumming at Riverside Lodge Retirement  Community

संगीत और मानसिक स्वास्थ्य

कार्डियो ड्रमिंग की खासियत यह है कि इसमें संगीत का भी उपयोग किया जाता है, जिससे व्यक्ति का फोकस और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। यह व्यायाम शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ मानसिक ताजगी भी प्रदान करता है। कार्डियो ड्रमिंग एक नवीनतम फिटनेस ट्रेंड के रूप में उभरा है, जो संगीत और व्यायाम का संयोजन करके शरीर और मन दोनों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

Drum Your Way to a Healthier You! - CareWell Services of Southwest Michigan

कार्डियो ड्रमिंग की शुरुआत

कार्डियो ड्रमिंग की शुरुआत 1990 के दशक में डॉ. मिशेल अनरौ द्वारा की गई थी, जिन्होंने जापान में ताइको नामक जापानी ड्रमिंग को देखा। उन्होंने इसे एरोबिक वर्कआउट में बदलने के लिए 2002 में ताइकोफिट प्रोग्राम शुरू किया। इसके बाद, 2001 में जर्मनी में कैरी एकिन्स द्वारा ‘ड्रम्स अलाइव!’ प्रोग्राम विकसित किया गया, जो कई शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से तैयार किया गया था। यह प्रोग्राम भी कार्डियो ड्रमिंग की लोकप्रियता में योगदान देता है।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

1 × three =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।