जींद: जाट आरक्षण आंदोलन और चौधरियों के हितों में जसिया के अंदर गर्जने वाले अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा के अंदर जो लोग उनका विरोध कर रहे है, उनके पीछे वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु का पैसा काम कर रहा है। क्योंकि प्रदेश के वित्तमंत्री अपना वजीर का औहदा बरकरार रखने के लिए ही समाज को तोडऩे का काम कर रहे हैं। उनकी असलियत को रोहतक जिले के लोग पहचान चुके है, इसलिए उनको उस इलाके से दरकिनार कर दिया गया है। किंतु इतना तय है कि जो नेता अपने समाज का नहीं हो सका, वह कभी भी अपने मुकाम पर नहीं पहुंच सकता। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने ये वक्तव्य गुरूवार को गोहाना बाईपास रोड़ स्थित सोमवीर पहलवान के निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे।
इस मौके पर उनके साथ समिति के हरियाणा प्रभारी अशोक बल्हारा, सुरेश माछरौली, जिला प्रधान कैप्टन भूपेंद्र जागलान, रणधीर सिंह चहल, प्रवीन, सत्यवान ईक्कस, आजाद सिंह लठ्वाल आदि चौधरी मौजूद थे। यशपाल मलिक ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जसिया रैली में जाट समाज के खिलाफ साजिश रचने वाले वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को छोड़कर सभी को न्यौता दिया गया था। इस रैली में कांग्रेस के भी कई दिग्गज नेताओं ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि जाट समाज के युवाओं पर मामले दर्ज कराने वाले और उनको सलाखों के पीछे भिजवाने वाले कैप्टन अभिमन्यु ही है। आज जो समाज के युवा जेल में है, वे भी वित्तमंत्री के कारण ही है। उन्होंने कहा कि जसिया रैली को हव्वा बनाते हुए भाजपा सरकार ने जानबूझकर इंटरनेट व्यवस्था बंद करने के साथ-साथ धारा-144 लागू कर दी। यह सब वित्तमंत्री के इशारे पर ही किया गया था।
क्योंकि प्रदेश सरकार को कैप्टन अभिमन्यु को हाईजैक किया हुआ है। मुख्यमंत्री अपने स्तर पर कोई भी फैसला नहीं ले पा रहे हैं। मलिक ने कहा कि आरक्षण आंदोलन और दूसरे मामलों में निर्णायक निर्णय लेने के लिए 3 दिसंबर को जसिया में एक राज्य स्तरीय बैठक आयोजित होगी। फिलहाल जो बात निकलकर सामने आ रही है, उसके लिहाज से भाजपा की केंद्र सरकार आने वाले समय में जल्द ही आरक्षण को लेकर बिल पेश करने जा रही है। फिर भी अगर जाट समाज की अनदेखी की गई तो वह अपना हक पाने के लिए व्यापक आंदोलन चलाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि रोहतक के नजदीक चौधरी छोटूराम के नाम से जो कोचिंग सैंटर बनाया गया है, वह निश्चित तौर पर समाज के युवाओं के भविष्य को उड़ान देगा।
किंतु इस उड़ान में वित्तमंत्री जानबूझकर रोड़ा बन रहे हैं। रोहतक जिले के लोगों ने तो वित्तमंत्री को दरकिनार कर दिया है और रही-सही दूसरे जिलों के लोग भी जल्द ही पूरी कर देंगे। उन्होंने एक ओर सवाल के जवाब में कहा कि केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह से कैप्टन अभिमन्यु की तुलना करना बेमानी है। क्योंकि बीरेंद्र सिंह तो चौधरी छोटूराम की विरासत को संजो रहे है, जबकि वित्तमंत्री समाज को तोड़ रहे हैं। जाट आरक्षण आंदोलन से पहले जो लोग समाज की गाडिय़ों में दिखाई देते थे, आज उनके पास अपनी गाड़ी कहां से आई।अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें.
– संजय शर्मा