हिसार : जननायक जनता पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता को लेकर विरोधी राजनीतिक दलों में खासी परेशानी है और वे जेजेपी की लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहे हैं। उन्हें अपनी लोकप्रियता पर इतना घमंड है कि दूसरों दलों को कुछ नहीं समझते और जननायक जनता पार्टी को जमानत जब्त पार्टी की संज्ञा तक दे डाली। लोकप्रियता जांचने का मौका आया तो जेजेपी को जमानत जब्त पार्टी बताने वाले स्वयं अपनी जमानत नही बचा सके।
यह बात सांसद दुष्यंत चौटाला ने अर्बन स्टेट स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं से रूबरू होते हुए कही। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जमीनी स्तर पर इतनी मेहनत करें कि विरोधी दलों की रात की नींद उड़ जाए। बच्चों की पार्टी बताने वालों को भी जींद उपचुनाव में जवाब मिल गया है और जनता ऐसे लोगों को लोकसभा और विधानसभा चुनावों में इससे भी करारा जवाब देगी।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने पार्टी की सदस्यता अभियान पर जोर देते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ता पार्टी की सदस्यता ग्रहण अभियान के दौरान बुजूर्ग और युवाओं के साथ साथ अधिक से अधिक महिलाओं को पार्टी से जोड़ें। उन्होंने कहा कि हमारी आधी आबादी महिलाओं की है परन्तु उन्हें राजनीति में अपेक्षित प्रतिनिधित्व नहीं मिल पा रहा।
जेजेपी महिलाओं की राजनीति में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, इसके लिए आवश्यक है कि अधिक से अधिकमहिलाओं को औपचारिक रूप से भी जेजेपी की सदस्यता ग्रहण करवाई जाए। सांसद ने कहा कि जननायक चौ. देवीलाल की नीतियों के अनुरूप ही एक रूपये में जेजेपी की सदस्यता ग्रहण की जा सकती है। उन्होंने कहा कि नई सोच का उन्नत हरियाणा बनाने के लिए जेजेपी के बैनर तले हम नई राजनैतिक पारी खेलने आए हैं।
उन्होंने आह्वान किया कि समृद्ध हरियाणा बनाने के इस अभियान में हर व्यक्ति एक मंच पर आएं। इस मौके उनके साथ जिला प्रधान जयपाल बांडाहेड़ी, उकलाना के विधायक अनूप धानक, संगठन सचिव राजेंद्र लितानी, राष्ट्रीय सचिव उमेद लोहान, महिला प्रदेशाध्यक्ष शीला भ्याण, महिला जिला प्रधान कृष्णा भाटी, रमेश गोदारा जाखोद, सिद्धार्थ गोदारा, राजकुमार सलेमगढ़, युवा अध्यक्ष अमित बूरा, प्रभुदयाल जाखड़, दलबीर धीरणवास, राजेंद्र चुटानी, छोटू प्रधान, होशियार सिंह सिंघरान, सिल्क पूनिया, आशीष कुंडू, राजेश झाजडिय़ा, उमेद कालीराणा धीरणवास, सुल्तान बिडासर, योगेश गौतम, सहित भारी संख्या में जेजेपी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।
– राज पराशर