पलवल: मृतकों के परीजनो ने मुआवजे की मांग को लेकर सिविल अस्पताल के अंदर कई बार हंगामा किया। मंगलवार को जहां मुआवजे को लेकर जिला प्रशासन मीटिंगों में लगा रहा वहीं शहर में मातम पसरा रहा। बुधवार को अस्पताल में सुबह 8 बजे से ही लोगों की भीड जुटनी शुरू हो गई। दोपहर 11 बजे तक अस्पताल में हजारों लोग जमा हो गए। अस्पताल में कांग्रेसी विधायक करण सिंह दलाल, पूर्व मंत्री आफताब अहमद, पूर्व मंत्री जगदीश नायर, पूर्व विधायक रामरतन, ईनलो नेता रतन सिंह सौरोत, बच्चूसिंह तेवतिया, बीजेपी जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह सौरोत, एलडी वर्मा सहित अनेक नेता भी पहुंचे और लोगों के दुखदर्द में शामिल हुए।
जिला प्रशासन की तरफ से 12 बजे तक कोई जि मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो आक्रोशित लोगों ने अस्पताल बाहर नया सोहना रोड जाम कर दिया। जाम करते ही वाहनों की लंबी लाइन लग गई। अस्पताल के गेट के समीप नया सोहना रोड से उठकर पुराने जीटी रोड पर जाम लगा दिया। पुराने जीटी रोड पर अस्पताल मोड़ पर लगाए गए जाम को खुलवाने के लिए पुलिस ने महिलाओं को पकड-पकड़ कर उठा दिया। महिलाओं और पुलिस के बीच हल्की नौक-झौंक भी हुई। महिलाओं द्वारा जाम लगाते ही पुलिस ने रूट डायवर्ट कर दिया। पुराने जीटी रोड को आगरा चौक और शहर की तरफ से रोक दिया।
मृतकों के परिजनों ने दो बार जाम लगाने का प्रयास किया। जाम लगाने वालों से निपटने के लिए पुलिस को दोनों बार स ती रवैया अपनाना पडा। पुलिस ने जाम लगाने वाली महिलाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जाम लगाया तो पुलिस के लठ्ठ खाने पडेंगे। महिला पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को पकड-पकड कर दोनों बार रोड से उठा दिया और इस दौरान कहा सुनी भी हुई और पुलिस को खरी खोटी भी सुनाई गई। महिलाओं ने आरोप लगाया कि रोड जाम करने के दौरान पुलिस ने उनके साथ बदतमीजी की है लेकिन डीएसपी अभिमन्यु लोहान से किसी भी प्रकार की बदतमीजी से इंकार किया है।
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– भगत सिंह तेवतिया