सौर ऊर्जा से स्पेस कूलिंग का पहला उदाहरण है गुरुग्राम केन्द्र - Punjab Kesari
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सौर ऊर्जा से स्पेस कूलिंग का पहला उदाहरण है गुरुग्राम केन्द्र

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गुरुग्राम: हरियाणा में गुरुग्राम स्थित सौर ऊर्जा केन्द्र में कई प्रकार की गतिविधियां चलती रहती हैं। 2011 से इस बिल्डिंग के लिए सीएसटी कूलिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। दरअसल ‘ट्रिपल इफेक्ट वेपर आब्जॉर्पशन तकनीक’ के प्रयोग कर सोलर थर्मल कूलिंग सिस्टम का उपयोग करने वाली दुनिया की पहली बिल्डिंग है। केन्द्र में अत्यंत प्रभावशाली पैराबोलिक कंस्ट्रेटर लगे हुए हैं, जिनको ‘ट्रिपल इफेक्ट वेपर आब्जॉर्पशन मशीन’ से जोड़ा गया है।

इससे बहुत कम कीमत में बेहतरीन कूलिंंग प्राप्त होती है, जो बिजली से चलने वाली कूलिंग प्रणाली का बेहतर विकल्प बन सकता है। किसी भी स्थान को ठंडा करने में बहुत अधिक ऊर्जा की खपत करने वाली प्रक्रिया है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में प्रायः दिन के समय कूलिंंग की आवश्यकता होती है जब सौर ऊर्जा प्रचूर मात्रा में उपलब्ध होती है।

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