कुरुक्षेत्र/पीपली: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के अधिकारी लोगों की शिकायत का समाधान करने की बजाए इधर-उधर घुमाने की नीति को छोड़कर शिकायत को गम्भीरता से लेकर तुरंत समाधान करने का प्रयास करे। इतना ही नहीं अब प्रदेश के अधिकारियों को आमजन की शिकायत अपने रजिस्टर में दर्ज करनी होगी और बकायदा सम्बन्धित व्यक्ति को रसीद नम्बर भी देना होगा ताकि शिकायतकर्ता इस रसीद को सबूत के तौर पर प्रस्तुत कर सके। इस सरकार के राज में आम नागरिक को न्याय देना और छोटी से छोटी समस्या का समाधान करना प्राथमिकता हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल शनिवार को पिपली पैराकीट स्वर्ण जयंती हाल में जनता दरबार में लोगों की समस्याओं का मौके पर समाधान कर रहे थे। उन्होंने लोगों द्वारा दर्ज करवाई गई 207 शिकायतों में से लगभग सभी शिकायतों को सुना और उनका समाधान करने के आदेश दिए। इस जनता दरबार को लेकर आम नागरिकों में खासा उत्साह नजर आया और मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं सभी शिकायतों को सुनकर समाधान करने की सोच की प्रशंसा भी की और जनता दरबार में कई अवसरों पर शिकायतकर्ता द्वारा तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का अभिवादन और आभार भी व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने शिकायत नम्बर 13 पर सुनवाई करते हुए उपायुक्त को 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट तलब करने के आदेश दिए हैं। इस दरबार में बीपीएल धारकों के प्लाटों व कालोनी में बिजली से सम्बन्धित अधिक समस्याओं के आने पर बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाकर सभी समस्याओं का समाधान करने के आदेश दिए हैं। गांव स्योंसर की एक मांग पर स्कूल की जर्जर इमारत के लिए सरकार अनुदान राशि भेजेगी। मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र निवासी रमेश कुमार की शिकायत नम्बर 32 पर कार्रवाई करते हुए कहा कि युनिवर्सिटी में अगर आउटसोर्सिंग पालिसी के तहत किसी ठेकेदार ने कर्मचारियों को नियुक्त करने में गड़बढ़ी की है तो मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
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– राकेश, जरनैल, रामपाल