Stubble Burning: हरियाणा में प्रदूषण को लेकर सरकार ने उठाया बड़ा कदम। पराली जलाने से प्रदूषण मामले में हरियाणा की नायब सैनी सरकार एक्शन मोड में आ गई है। हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश के सभी उपायुक्तों की बैठक ली। मुख्य सचिव ने उन्हें आदेश दिए कि पराली जलाने के जिन मामलों में किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं, उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए। राज्य सरकार की तरफ से जारी एक आदेश में पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है। इतना ही नहीं ऐसा करने वाले किसान अगले दो सीजन तक अपनी फसल भी नहीं बेच पाएंगे।
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HIGHLIGHTS
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हरियाणा में पराली जलाने वालों के खिलाफ दर्ज होगी FIR
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ऐसा करने वालों के खिलाफ ई खरीद पोर्टल पर लगेगी रेड एंट्री
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राज्य सरकार के कृषि विभाग ने भेजा सभी डीसी को यह आदेश
कृषि विभाग का आदेश
राज्य सरकार के कृषि एंव किसान कल्याण विभाग के निदेशक ने यह आदेश राज्य के सभी उपायुक्तों और नोडल ऑफिसर्स को भेजा है। इसमें कहा गया है कि यह सुनिश्चित करें कि धान उगाने वाले किसान पराली को न जलाएं। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की जाए। हरियाणा में बीजेपी ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 17 अक्तूबर को ही पंचकूला में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। यह आदेश भी 17 अक्तूबर का ही है। दिल्ली में शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 233 से लेकर 301 तक के बीच रहा। वहीं, करनाल के एक खेत में पराली जलाने की घटना देखी गई।
#WATCH हरियाणा: आज शाम करनाल के एक खेत में पराली जलाने की घटना देखी गई। pic.twitter.com/IcaDNrX8fy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 20, 2024
किसानों पर हुए 42 चालान
हाल ही में, 12 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और 42 चालान किए गए। अब ये किसान अगले दो सीज़न तक “मेरी फसल, मेरा ब्यौरा” पोर्टल के माध्यम से मंडियों में अपनी फसल नहीं बेच सकेंगे। सरकार की इस पहल के बावजूद पराली जलाना लगातार जारी है। जीटी रोड के आसपास करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, कैथल और सिरसा जैसे जिलों में पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं।