द. हरियाणा में एम्स के जरिए अनदेखे सपने को साकार किया राव इंद्रजीत ने - Punjab Kesari
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द. हरियाणा में एम्स के जरिए अनदेखे सपने को साकार किया राव इंद्रजीत ने

यह, वह सौगात है जिसके बारे में दक्षिणी हरियाणा की जनता ने कभी सोचा भी नहीं होगा। उसे

गुरुग्राम : लोकसभा चुनाव का बिगुल प्रदेश में पूरी तरह गुंजायमान है। गांव-शहर से लेकर चौपालों तक अब केवल चुनावी चर्चे ही सुनाई दे रहे हैं। नेताओं से लेकर उनके समर्थक, यहां तक की हर आम ओ खास निवर्तमान या पूर्व में रहे अपने जनप्रतिनिधियों की उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं। इस चुनावी समर में दक्षिणी हरियाणा में एक ही चर्चा आम है जो सुनी जा रही है। वह है दक्षिणी हरियाणा के लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ी नायाब सौगात की। यह, वह सौगात है जिसके बारे में दक्षिणी हरियाणा की जनता ने कभी सोचा भी नहीं होगा। उसे पूरा किया है दक्षिणी हरियाणा के जनहितैषी नेता राव इंद्रजीत सिंह ने।

दक्षिणी हरियाणा की राजधानी कहे जाने वाले रेवाड़ी जिले के गांव मनेठी में बनने वाला एम्स उनके ही सतत प्रयासों का ही परिणाम है। दक्षिणी हरियाणा के लिए यह वो सपना है जिसके बारे ना तो यहां के सत्ता पक्ष के नेताओं ने और न ही कभी विपक्ष के नेताओं ने कभी सोचा था। हमेशा से ही अपने क्षेत्र की जतना के हित को ध्यान में रखने वाले राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिणी हरियाणा को एम्स की सौगात दिलाकर एक बार फिर साबित कर दिया कि क्षेत्र की जनता को उनका हक और सुविधाएं दिलाने के लिए वही सच्चे मायने में यहां के जनहितैषी नेता हैं।

देश में पहले से 21 एम्स कार्यरत थे। बात उस समय की है जब केंद्र और प्रदेश में भाजपा के सत्तासीन होने के छह महीने बाद रेवाड़ी जिला के बावल में पहली बार सूबे के मुख्यमंत्री मनोहरलाल यहां के मतदाताओं का आभार जताने रैली में पहुंचे। यहां राव ने सभी को चौंकाते हुए अहीरवाल के लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने की अपनी इच्छा जाहिर कर दी। सीएम के सामने उन्होंने साफ कहा कि केंद्र सरकार से वह इसके लिए पैरवी कर लेंगे, राज्य सरकार का भी पूरा सहयोग चाहिए। राव की मांग पर सीएम मनोहर लाल ने तत्काल दक्षिणी हरियाणा में एम्स बनवाने में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया।

यहीं से दक्षिणी हरियाणा के लिए उम्मीद की किरण जगी। गांव मनेठी गांव की पंचायत ने एम्स के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया। स्थानीय सांसद ने मनेठी एम्स के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से लेकर केंद्रीय मंत्रीमंडल के सहयोगियों से उन्होंने मनेठी में एम्स की पुरजोर पैरवी की। इसी पैरवी के बीच एक दौर ऐसा भी आया जब मनेठी में एम्स स्थापना की संभावनाएं समाप्त होती दिखाई दी। बावजूद इसके उन्होंने बगैर विचलित हुए अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया और प्रधानमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और दूसरे केंद्रीय मंत्रीमंडल के सहयोगियों को यह समझाने में सफल रहे कि दक्षिणी हरियाणा के लिए एम्स कितना जरूरी है और दक्षिणी हरियाणा के साथ प्रदेश के दूसरे हिस्सों तथा सीमावर्ती राज्य राजस्थान के लोगों को भी इसका फायदा होगा।

जब प्रदेश के झज्जर जिला के बाड़सा में बने एम्स की बात आई तो राव ने इसकी उलझन को भी दूर करते हुए बड़ी बेबाकी से प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को यह स्पष्ट किया कि बाड़सा एम्स केवल कैंसर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल से ज्यादा कुछ नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुरुग्राम के सुल्तानपुर में हुई रैली में राव इंद्रजीत ने पुन: क्षेत्र की जनता के सामने पीएम से मनेठी एम्स की पैरवी की। जनवरी 2019 को केंद्र ने मनेठी एम्स को मंजूरी देकर क्षेत्र के लाखों लोगों के अनदेखे सपने को सच कर दिया। मनेठी में बनने वाला एम्स देश का 22वां एम्स होगा। इसके निर्माण पर करीब 1300 करोड रूपए के बजट का प्रावधान केंद्र सरकार ने किया है।

यहां से पैदा होंगे डॉक्टर : क्षेत्र के युवाओं को खासकर बेटियों को डॉक्टर बनने के लिए ना तो निजी संस्थानों को भारी डोनेशन देना होगा और न ही घर से दूर रहने की जरूरत होगी। अब डॉक्टर बनने का सपना दक्षिणी हरियाणा के बेटे-बेटियां मनेठी एम्स से पूरा कर सकेंगे। यहां एक मेडिकल कॉलेज होगा जिसमें एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी। इसके साथ ही नर्सिंग की 60 सीटें होंगी। गंभीर बीमारी के मरीजों के लिए यहां 15 से 20 सुपर स्पेशियलिटी विभाग होंगे। साथ ही 750 बिस्तर वाला अतिआधुनिक अस्पगताल बिस्तर आईसीयू स्पेशियलिटी और सुपरस्पेशियलिटी बिस्तर होंगे।
पहले राव आया भाव लाया, अब राव आया एम्स लाया : राव इंद्रजीत सिंह अपने पिता हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्र में मंत्री रहे राव बिरेंद्र सिहं के नक्शेकदम पर चलते हुए उन्हीं की तरह ही जनसेवा में जुटे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री रहते राव बिरेंद्र सिंह ने किसानों को उनकी फसल का बेहतर भाव (कीमत) दिलाया था। तब प्रदेश में कवाहत प्रचलित हुई थी कि राव आया भाव लाया। उसी कहवात की तरह ही मनेठी को एम्स की सौगात दिलाकर राव इंद्रजीत ने एक नई कहावत प्रचलित करा दी कि राव आया एम्स लाया।

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