सिविल अस्पताल में बच्चों की मौत मामले में एसडीएम ने की जांच - Punjab Kesari
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सिविल अस्पताल में बच्चों की मौत मामले में एसडीएम ने की जांच

एसडीएम विवेक चौधरी ने बताया कि सिविल अस्पताल के पुराने भवन में बिजली का लोड अधिक है और

पानीपत : पानीपत के सिविल अस्पताल के सीक न्यू बॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) वार्ड में बिजली आपूर्ति कम-ज्यादा होने से एसी सही तरह से नहीं चलने से वार्ड में हुई गर्मी की वजह से एक नवजात बच्चे की हुई मौत मामले में मंगलवार को एसडीएम विवेक चौधरी ने जांच शुरू कर दी है। एसडीएम चौधरी ने मंगलवार की दोपहर को एसएनसीयू वार्ड का दौरा किया और सीएमओ डा. संतलाल वर्मा, डिप्टी सीएमओ डा. नवीन सुनेजा और एसएनसीयू वार्ड के इंचार्ज डा. दिनेश दहिया व अन्य स्टाफ से पूरे मामले की जानकारी ली। एसडीएम विवेक चौधरी ने पानीपत स्वास्थ्य विभाग से भी बिजली आपूर्ति में फाल्ट होने से एससी नहीं चलने व भीषण गर्मी में एक नवजात बच्चे की मौत के मामले की रिपोर्ट तलब की है।

वहीं एसडीएम चौधरी ने उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम की पानीपत सिटी डिवीजन के एक्सईएन से सिविल अस्पताल में बिजली आपूर्ति को लेकर रिपोर्ट मांगी है। वहीं, मंगलवार को सीएमओ डा. संतलाल वर्मा ने एसएनसीयू वार्ड में दो नए एसी लगवाए। इलेक्ट्रिीशियन को बुलाकर वार्ड में बिजली की आपूर्ति को दुरस्त करवाया। वहीं बच्चे की मौत की सूचना पर भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष डा. अर्चना गुप्ता व बिजली निगम के एक्सईएन ने भी एसएनसीयू वार्ड का जायजा लिया और बच्चे की मौत के कारण जाने। एसएनसीयू वार्ड में फिलहाल 18 नवजातों का इलाज चल रहा है। 24 घंटे से वार्ड में दो डाक्टर तैनात कर दिए गए हैं।

एसडीएम विवेक चौधरी ने बताया कि सिविल अस्पताल के पुराने भवन में बिजली का लोड अधिक है और वायरिंग बहुत पुरानी होने के कारण कमजोर हो चली है। उन्होंने बताया कि बिजली आपूर्ति में खराबी आने के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो रही हैं। ज्ञात हो कि 13 जून को पानीपत के एसएनसीयू वार्ड को हरियाणा में बेस्ट वार्ड का अवार्ड मिला था। इसको प्रदेश में सबसे कम संक्रमित व नवजातों के बेहतर इलाज के लिए सराहना मिली थी। लेकिन इसी वार्ड में अस्पताल की लापरवाही के कारण एक नवजात बच्चे की मौत हो गई। अभी दो डाक्टरों व 4 स्टाफ नर्सों की टीम लगातार वार्ड में दाखिल सभी 18 नवजातों की जांच कर रही है। इस हादसे के बाद मंगलवार को सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने भी एसएनसीयू वार्ड का जायजा लिया और डाक्टरों को नवजातों की देखभाल के कड़े निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है कि सोमवार की देर रात एसएनसीयू वार्ड में बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण वार्ड में लगे एसी चलने बंद हो गए और गर्मी के कारण वार्ड में उपचाराधीन पांच नवजात बच्चों पीजीआई खानपुर रेफर किया गया था। जिनमें रोशनी पत्नी राजीव के दो जुड़वा बच्चे, किरण पत्नी भूपेंद्र का बच्चा, प्रिति पत्नी धर्मेंद्र का बच्चा और रिंकी पत्नी धर्मेंद्र का बच्चा शामिल हैं। इनमें से बीति रात को रेफर किए गए रिंकी के नवजात बच्चे की मौत हुई हैं। बाकि के तीन बच्चे खानपुर व एक बच्चे को उसके परिजनों ने पानीपत के एक नीजि अस्पताल में भर्ती करवाया हैं।

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