जींद: जमीनों के पर्याप्त मुआवजे के लिए झांझ कलां के निकट पिछले कई दिनों से धरना दे रहे गांव झांझ कलां, झांझ खुर्द, कैरखेड़ी के किसानों के आंदोलन को उस समय कंरट मिल गया जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा शुक्रवार को मौके पर समर्थन देने के लिए पहुंचे। किसानों को समर्थन देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाकर धरती पुत्रों को जान-बूझकर प्रताडि़त करने के तंज कसते हुए कहा कि इनेलो की तर्ज पर भाजपाई भी किसानों के सामने केवल परेशानी ही खड़ी कर सकते है। इनेलो सरकार ने किसी समय कंडेला कांड को अंजाम देने में अहम रोल अदा किया था और अब भाजपा का प्रदेश को तीन बार लहुलुहान करने के बाद भी पेट नहीं भरा है। इसलिए वह जानबुझकर ऐसे कार्य कर रही है जिससे लोग परेशान होकर आंदोलन करे ओर सरकार उनके सीने को छलनी कर सके।
हुड्डा ने कहा कि हक की इस लड़ाई में वे पूरी तरह से किसानों के साथ है। पार्टी का एक-एक कार्यकत्र्ता सरकार की इस दोगली नीति के विरोध में किसानों के साथ डटा हुआ मिलेगा। इस मौके पर पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा, जुलाना से पार्टी प्रत्याशी रहे प्रो.धर्मेन्द्र ढुल,पूर्व विधायक भागसिंह छातर, वरिष्ठ नेता सुरेश गोयत, प्रदेश सचिव जगबीर ढिगाना, पूर्व प्रधान ऋषिपाल हैबतपूर, स्वतंत्रता सैनानी उतराधिकारी संगठन के सरंक्षक ओमप्रकाश ढांडा, वयोवृद्ध नेता रामकरण दास मंगला,महावीर कम्पूयटर, राममेहर पाथरी, सुनील जुलानी, दलबीर रेढू,प्रकाश बोहतवाला, जगत सिंह रेढू,रविंद्र देशवाल, विजेन्द्र ढाटरथ,दिनेश धड़ोली,पूनम चौहान,जगदीश बीबीपुर,पवन दूहन, बिमला सिवाच,जसवंत शाहपुर,उर्मिला आसरी आदि कांग्रेसी नेता मौजूद थे। धरनारत किसानों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जब दूसरे गांवों के किसानों की जींद बाईपास रोड के निर्माण के लिए अधिगृहित की गई जमीन का बढ़ा हुआ मुआवजा मिलने का ऐलान हो चुका है, तो इन गांवों के किसानों को राम भरोसे क्यों छोड़ा जा रहा है।
भाजपा सरकार के इस दोहरे चेहरे से साफ है कि वह जान-बूझकर किसानों को परेशान कर रही हैं। सरकार को चाहिए कि वे अधिकारियों को निर्देश देते हुए गांव झांझ कलां, झांझ खुर्द, कैरखेड़ी के किसानों की अधिग्रहित की गई जमीन का एक समान मुआवजा दिलाए। हुड्डा ने कहा कि बाईपास और जींद-दातासिंहवाला के बीच नैशनल हाईवे नंबर 71 की फोरलेनिंग के लिए झांझ खुर्द, झांझ कलां, बरसोला और कैरखेड़ी समेत तीन गांवों की 176 कनाल से ज्यादा जमीन का अधिग्रहण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने किया है। इसमें भी कैरखेड़ी गांव की 28 कनाल छह मरले, झांझ खुर्द की 45 कनाल 8 मरले, झांझ कलां की 103 कनाल 15 मरले जमीन शामिल है।
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– संजय शर्मा