चंडीगढ : हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने अपनी मांगे न मानने पर सरकार को आगाह किया है कि यदि सरकार द्वारा तानाशाही करने की कोशिश की गई तो 8 जनवरी तो बाद की बात है उससे पहले भी किसी बड़े आंदोलन की शुरुआत हो सकती है।
जिसकी रूपरेखा 29 दिसम्बर को रोहतक कर्मचारी भवन में राज्य स्तरीय कन्वैन्सन में तैयार की जायेगी। आज रोडवेज तालमेल कमेटी के आह्वान पर दादरी रोडवेज डिपो के कर्मचारियों ने किलोमीटर स्कीम घोटाले की जांच करवाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर दो घंटे का विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान रोडवेज कर्मचारियों को दूसरे विभागों का भी समर्थन मिला। बधाना ने कहा कि सरकार किलो मीटर स्कीम की बसों को चलाने पर आमादा है जबकि स्वयं परिवहन मंत्री जी ने 17 दिसम्बर को हुई तालमेल कमेटी के साथ हुई वार्ता में कहा की यह मामला माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।
हड़ताल के मुख्य मुद्दों में पुरानी पैंशन स्कीम बहाल करने, किलोमीटर स्कीम के तहत प्राइवेट बसें ठेके पर लेने का निर्णय रद्द करने व विभाग में 14 हजार सरकारी बसें शामिल करने, 5000 रूपये जोखिम भत्ता देने, बोनस की स्थाई नीति बनाकर एक माह के वेतन के बराबर तीन वर्ष के बकाया बोनस का भुगतान करने, परिचालक का ग्रेड पे बढाने सहित कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां दूर करने, पंजाब के समान वेतनमान देने, कर्मचारियों को ओवर टाइम का भुगतान करने, कर्मशाला कर्मचारियों की अवकाश कटौती पुन: बहाल करने व चालक-परिचालकों व कर्मशाला स्टाफ को हरियाणा सरकार के कैलंडर अनुसार अवकाश देने, तकनीकी वेतनमान से वंचित तकनीकी कर्मचारियों को तकनीकी वेतनमान देने,1992 से पहले भर्ती कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने, विभाग में खाली पड़े 2850 पदों पर पक्की भर्ती करने, वर्ष 2016 में भर्ती 365 चालकों सहित सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, अवैध वाहनों पर पूर्ण रोक लगाने, सभी श्रेणियों के खाली पड़े प्रॅमोशनल पदों पर प्रमोशन करने, कर्मशाला कर्मचारियों को चालक परिचालकों की तजऱ् पर रात्रि भत्ता देने, हड़ताल के दौरान कर्मचारियों व आम नागरिकों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे व अन्य उत्पीडऩ की कार्यवाही समाप्त करने, ठेका प्रथा व आउटसोर्सिंग की पोलिसी रद्द करने आदि मांगें है। गेट मिटिंग को बलबीर जाखड़ व कृष्ण गुलीयाणा आदि ने भी गेट मीटिंग का सम्बोधित किया।