डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को 21 दिनों की फरलो मिली है। वह 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा के स्थापना दिवस पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर सकता है। राम रहीम 2017 से जेल में बंद है और कई बार पैरोल पर बाहर आ चुका है। इस बार पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है।
दुष्कर्म के आरोप में जेल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख राम रहीम को एक बार फिर जेल से फरोल मिल गई है। इस बार राम रहीम को 21 दिनों की फरलो दी गई है। बता दें कि 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस है। इससे पहले ही राम रहीम को जेल से राहत दी गई है। सुबह करीब 7 बजे पुलिस की सख्त सुरक्षा के बीच राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर लाया गया। वहां से वह डेरा सच्चा सौदा के लिए रवाना हो गया है। डेरा सच्चा सौदा पर पुलिस ने सुरक्षा सख्त कर दी है।
डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस
जेल से बाहर आने के बाद 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा के स्थापना दिवस पर राम रहीम बड़ा कार्यक्रम का आयोजन करा सकता है इसलिए सरकार ने यहां सुरक्षा सख्त कर दी है। लेकिन राम रहीम प्रवचन नहीं दे पाएंगे इस पर सरकार ने रोक लगा रखी है।
2017 से जेल में बंद राम रहीम
राम रहीम जेल में 2017 वर्ष से बंद है लेकिन उन्हें कई बार पैरोल मिलती रहती है। बता दें कि दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी। वहीं 2020 वर्ष से लेकर अभी तक राम रहीम को 300 दिन की पैरोल मिल गई है। अधिकतर चुनाव के समय ही राम रहीम को पैरोल दी जाती है। हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी राम रहीम को पैरोल दी गई थी।
दुष्कर्म की सजा काट रहा है राम रहीम
राम रहीम 2017 से हरियाणा रोहतक के सुनारिया जेल में बंद है। बता दें कि राम रहीम को 2017 में दो महिला अनुयायियों से दुष्कर्म मामले में कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई थी। लेकिन 2019 में एक पत्रकार की हत्या के मामले में राम रहीम को आजीवन कारावास की सजा सुना दी थी। सजा सुनाने के बाद दंगे की आग भड़क उठी थी। इस हिंसा में 41 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 260 लोग घायल हो गए थे।