रेवाड़ी : वन्य प्राणियों की विलुप्त होती प्रजातियों को सरंक्षण एवं संवर्धन करना अति आवश्यक है लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार द्वारा प्रतिवर्ष वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह मनाया जाता है। हरियाणा के वन्य प्राणी व लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह शुक्रवार को मसानी बैराज पर आयोजित राज्य स्तरीय वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बढते भौतिकवाद के कारण वक्र्षो एवं वन्य प्राणियों की कई प्रजातियां लुप्त हो गई है। हमें इन विलुप्त होती प्रजातियों का संरक्षण एवं संवर्धन करने के लिए उनको सक्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करने का प्रण लेना होगा और इनकी सुरक्षा में अपना हर सक्वभव सहयोग देना होगा। उन्होंने कहा कि पुराने समय में हमारे आसपास अनेको प्रकार के वन्य प्राणी दिखाई देते थे।
किन्तु आज जहां उद्योग कारखाने नहीं है उन क्षेत्रों में भी वन्य जीव जन्तु नहीं दिखाई देते। उन्होंने कहा कि वन्य जीव जन्तुओं को हमें बचाना होगा ताकि हमारा पर्यावरण शुद्घ रह सकें। उन्होंने कहा कि प्रकृति द्वारा इस प्रकार की रचना की हुई है कि यदि कोई पशु मरता है तो उसे गिद्घ नामक पक्षी खा जाते थे जिससे बिमारी फैलने की संभावना नहीं होती थी। लेकिन आज गिद्घ नामक पक्षी बहुत कम नजर आते है। उन्होंने कहा कि वन्य जीवों के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से राज्य सरकार ने राज्य के चिडियाघरों और हिरण पार्को में वन्य जीव गोद ले नामक योजना चलाई हुई है। उन्होंने कहा कि पिंजौर में एशिया के सर्वोत्तम गिद्घ सरंक्षण प्रजनन केन्द्र में 275 गिद्घो का कैप्टिव ब्रीडिंग द्वारा प्रज्जनन कराया गया है जिन्हें अब समयबद्घ तरीके से आसपास के 100 वर्ग किलोमीटर में छोडने की तैयारी है। राव नरबीर सिंह ने कहा कि पिपली के लघु चिडियाघर में एक बटर फ्लाई पार्क स्थापित किया जा रहा है।
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जिसमें तितलियों का सरंक्षण एवं प्रजनन कार्य होगा। उन्होंने कहा कि गोरिया पक्षी के संरक्षण व संवर्धन हेतू पिंजौर में गोरिया संरक्षण प्रज्जनन केन्द्र स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चिंकारा व मोर के संरक्षण व प्रजनन हेतू झाबुआ रेवाडी में भी कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज पहले से ही पशुओ जीव जन्तुओ को बचाने का कार्य करते थे और सभी घरों में गाय-कुत्तो को रोटी, पक्षियों का दाना व चिटियों का आटा डालने का कार्य किया जाता था। उन्होंने कहा कि पुराने समय में ऋषि मुनियों द्वारा उन्हें बचाने के लिए अपने वाहन के रूप में संरक्षण दिया जाता था।
रेवाडी के विधायक रणधीर सिंह कापडीवास ने इस मौके पर समारोह को संबोधित करते हुए कि मानव अपने दायित्वों को भूलता जा रहा है। हमें अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जंगली जानवर भी आपस में समूह के रूप में रहते है और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करते है। लेकिन मनुष्य आज इतनी भागदौड भरी जिंदगी से गुजर रहा है जो अपने सभी पुराने दायित्वों को भुलता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी का यह फर्ज है कि अपने पर्यावरण को बचाने के लिए अधिक से अधिक पेड लगाये और जीव जन्तुओ का संरक्षण करें ताकि प्राकृतिक संतुलन बना रह सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा रेवाडी में बाईपास, सरकुलर रोड, नागरिक अस्पताल जैसे अनेको विकास कार्य करवाये है।
इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सत्यभान, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन्य प्राणी एसएन राय, प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनिल हुड्डा ने भी अपने विचार रखे तथा मुख्य अतिथि का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कोसली के विधायक बिक्रम सिंह यादव, जिला भाजपा अध्यक्ष योगेन्द्र पालीवाल, व्यवसायिक प्रकोष्ट के प्रदेश संयोजक सतीश खोला, महावीर यादव, प्रीतम चौहान, अमित यादव, अजीत सिंह कलवाडी, विजय राव, जसवंत सिंह, हरेन्द्र, सतपाल थानेदार, वन विभाग के सुभाष यादव, श्यामसुंदर, भारतीय वन सेवा व अतिरिक्त स्थानीय आयुक्त नई दिल्ली विवेक सक्सेना, कृष्ण कुमार नायब तहसीलदार, बीडीपीओ दीपक यादव सहित अन्य अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
– शशि सैनी