रोहतक : डॉ. अम्बेडकर मिशनरीज विद्यार्थी एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसएसी/एसटी एक्ट के तहत तुरन्त गिरफ्तारी पर रोक लगाये जाने के विरोध में प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने इन फैसले को तुंरत वापिस लेने की मांग की। शुक्रवार को एसोसिएशन अध्यक्ष विक्रम सिंह डूमोलिया के नेतृत्व में काफी छात्र महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय स्थित सेंट्रल लाईब्रेरी एकत्रित हुए और गेट नंबर एक तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शवयात्रा निकाली। डूमोलिया ने कहा कि देश के सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज सडक पर उतरकर सरकार के गलत दबाव का विरोध कर रहे हैं तो यह स्पष्ट है कि जो एससी/एसटी एक्ट पर कार्यवाही के सन्दर्भ में फैसला आया है वो पूर्णतय आरएसएस व केंद्र सरकार के प्रभाव में मनुवादी जज द्वारा सुनाया गया फैसला है।
जो कानून दलितों पर हो रहे अत्याचार की रोकथाम के लिए बनाया गया था उसके खिलाफ सुनाया गया फैसला है। माननीय सुप्रीम कोर्ट का हम सम्मान करते हैं, लेकिन यह फैसला सरकार व आरएसएस की दलित विरोधी मानसिकता को स्पष्ट दर्शाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के गांव में आज तक दलित समाज का कोई व्यक्ति घुडचढ़ी नहीं निकाल सकता तो इससे कानून व्यवस्था का सहज ही अन्दाजा लगाया जा सकता है।
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(मनमोहन कथूरिया)