करनाल : तीन दिनों से बिजली-पानी न आने पर मेरठ रोड स्थित विकास कालोनी के लोगों ने मेरठ रोड पर जाम लगा दिया। लोगों ने रोड पर अपने वाहन खड़े कर दिए। जिससे मेरठ रोड पर आवाजाही करीब दो घंटे तक प्रभावित रही। लोगों ने करीब दो घंटे तक रोड पर जाम लगाया। मजे की बात यह रही कि रविवार की रात मुख्यमंत्री करनाल के विश्राम गृह में आराम कर रहे थे तो रात को गुस्साएं लोग प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। डेढ़ घंटे बाद रोड खुलवाने के लिए वहां पुलिस पहुंची।
पहले पुलिस ने लोगों को मनाया और जाम खुलवाया और फिर सडक़ पर खड़े किए गए वाहन जब्त कर लिए। इससे लोगों का गुस्सा और भी बढ़ गया। लेकिन पुलिस की संख्या देखकर लोग चुप रह गए। इसके बाद भी लोगों को बिजली नसीब नहीं हुई। मेरठ रोड पर रात को जाम लगाने आई दर्जनों महिलाओं ने बताया कि पिछले तीन दिनों से विकास कालोनी में बिजली नहीं आ रही है। जिससे पानी भी नहीं आ रहा है। बिजली बार-बार ट्रिपिंग कर रही है। जिससे उनके ए.सी, कूलर, फ्रिज और पंखे सड़ गए है।
बार-बार अधिकारियों से गुहार लगाई गई थी। लेकिन जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो थक हारकर उन्हें सडक़ो पर प्रदर्शन करना पड़ा। महिलाओं ने बताया कि पिछले तीन दिनों से वह काफी परेशान है। घर के लोग बार-बार बिजली दफ्तर के चक्कर काट रहे है। लेकिन कोई उनकी सुनवाई करने वाला नही है। लोगों ने यहां तक कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मजे से करनाल में विश्राम कर रहे है। लेकिन उन्हें लोगों के दुखों से कोई लेना-देना नहीं है। करनाल के लोगो की सुनवाई करने वाला कोई नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने मनोहर लाल को करनाल का विधायक बनाकर सबसे बड़ी भूल की है। क्योंकि विधायक लोगों के पास पहुंचकर उनकी दुख-तकलीफ सुनता है। लेकिन करनाल के विधायक अब मुख्यमंत्री है। इसलिए उनके दर्शन तक नहीं होते। उन्होंने कहा कि समय आने पर करनाल के विधायक को सबक सिखाया जाएगा।