साइबर ठगों ने पानीपत शहर अंतर्गत सलारगंज बाजार निवासी 71 वर्षीय रिटायर्ड बैंक कर्मचारी से एक करोड़ रुपए ठग लिए हैं। ठगों ने बुजुर्ग को 11 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखा। उन्होंने बताया कि उनके क्रेडिट कार्ड से 2 करोड़ रुपए की ठगी हुई है। इसके बाद जान से मारने की धमकी देकर 1 करोड़ रुपये ठग लिए। बुजुर्ग ने इस बारे में परिचितों से बात की, तब ठगी का अहसास हुआ। उसके बाद उन्होंने पुलिस से मामले की शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। शिकायत में मुकेश कुमार गर्ग ने बताया कि 07 दिसंबर की दोपहर 12:15 बजे उनको एक कॉल आई। कॉलर ने कहा कि वह आरबीआई से बोल रहा है। उसने कहा कि आपके नाम से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का क्रेडिट कार्ड बना हुआ है, जिसमें आपके दस्तावेजों का इस्तेमाल हुआ है। उस कार्ड से 2 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
खुद को मुंबई पुलिस का बताया
8 दिसंबर को उसके पास व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल आई। कॉलर ने कहा कि वह मुंबई पुलिस से बोल रहा है। आपके नाम से एसबीआई का क्रेडिट कार्ड बना है, जिसके लिए आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाता है। उसने उसे 11 घंटे 37 मिनट तक वीडियो कॉल पर बंधक बनाए रखा। उसने कहा कि बचना है तो एक करोड़ रुपये दे दो। उसने पूरे परिवार को हत्या की धमकी दी है।
ठगों ने एक पत्र भी भेजा
ठग ने एक पत्र भी भेजा। उस पर राष्ट्रीय प्रतीक छपा था और पत्र के अंत में मुंबई पुलिस का जिक्र था। उसने डर के मारे हामी भर दी। उसने उसके बताए खातों में 65 लाख रुपये भेज दिए। 09 और 10 दिसंबर को फिर वीडियो कॉल कर बंधक बनायाया। 12 दिसंबर को उसने फिर से 23 लाख रुपये भेज दिए। 16 दिसंबर को 12 लाख रुपये जमा कराए। 7 से 16 दिसंबर तक उसके व्हाट्सएप नंबर पर वीडियो कॉल आती रहीं।
पड़ोसियों ने बताया ठगी के शिकार हुए हैं आप
फिर एक दिन कॉल कर खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ED) का अफसर बताया। कॉलर ने कहा कि गिरफ्तारी से बचना है तो बताई रकम जमा करा दो। मुकेश ने बताया कि जब उसने पड़ोसियों को यह बात बताई तो उसे अहसास हुआ कि उसके साथ ठगी है।