हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उसकी पहचान झूठ, छल और धोखे से है। सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान ने उल्लंघन किया, लेकिन भारत पूरी तरह तैयार है। विज ने चेतावनी दी कि आतंकवादी हमले को सीजफायर का उल्लंघन समझा जाएगा और भारत इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच तीन दिन तक चली तनातनी के बाद आखिरकार शनिवार शाम सीजफायर लागू हो गया। इस बीच हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है। अनिल विज ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान की पहचान झूठ, छल और धोखे से है, और ये उसके हथियार हैं। सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन किया, लेकिन भारत का नेतृत्व और तीनों सशस्त्र बल इस पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। भारत हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
सीजफायर के बाद भी सीमा पर तनाव की आशंका बनी हुई है। अनिल विज ने स्पष्ट किया कि यदि देश पर कोई आतंकवादी हमला होता है, तो इसे सीजफायर का उल्लंघन माना जाएगा। उन्होंने कहा, यह तय किया गया है कि अगर देश पर कोई हमला होता है, तो उसे देश पर हमले के समान माना जाएगा और उसका जवाब भी उसी तरह दिया जाएगा। भारत किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। भारतीय सेना और सरकार हर गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए हैं और किसी भी स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
अनिल विज ने पाकिस्तान की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह बार-बार शांति की बात करता है, लेकिन उसका इतिहास धोखे और विश्वासघात से भरा है। भारत अब पहले की तरह नरम रुख नहीं अपनाएगा और किसी भी उकसावे का मुंहतोड़ जवाब देगा। सीजफायर के बाद भारत ने अपनी सीमाओं पर सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी है। पिछले कुछ दिनों से दोनों देशों के बीच सीमा पर गोलीबारी और तनाव की खबरें सामने आ रही थीं। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर सीजफायर उल्लंघन के आरोप लगाए। हालांकि तीन दिन बाद दोनों देशों ने तनाव कम करने के लिए सीजफायर पर सहमति जताई।
वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि देश को पाकिस्तान से सतर्क रहने की जरूरत है। दोनों देशों के बीच सीजफायर का फैसला लेने के बाद पाकिस्तान का उत्तरदायित्व बनता है कि वह इस पर अमल करे। भारत और पाकिस्तान के बीच कोई युद्ध की परिस्थिति नहीं थी, इसलिए ‘युद्धविराम’ शब्द गलत है। भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के लिए सजा दी जा रही थी। सबसे ज्यादा जरूरी है कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की बजाय इस पर लगाम लगाए।