हरियाणा के नूह में हुई हिंसा अभी तक नह रुकी है हालांकि, पुलिस बल की तैनाती के चलते हिंसा को काबू कर लिया गया परन्तु, हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई जीवनभर नहीं की जा सकती है। बहुत से लोगों की इस बीच जान चली गई साथ में बहुत सी गाड़ियों को भी उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया था। देखा जाए तो अभी भी गुरुग्राम, फरीदाबाद और रेवाड़ी में हिंसा की छिटपुट घटनाएं जारी हैं।
दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प को लेकर प्रशासन अलर्ट
सूत्रों के अनुसार नूंह हिंसा में अब तक 41 एफआइआर दर्ज की जा चुकी हैं। 116 आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। 90 अन्य संदिग्ध अभी पुलिस की हिरासत में हैं।हरियाणा के मेवात या कहे नूंह में हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरे हालात पर निगाह रखने के लिए पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल और सीआइडी चीफ आलोक कुमार मित्तल को नूंह क्षेत्र में कैंप करने के आदेश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों अधिकारियों ने वहां पहुंचकर मोर्चा भी संभाल लिया। नूंह क्षेत्र में हिंसा की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सरकार ने फैसला किया है कि नूंह में इंडियन रिजर्व बटालियन की एक बटालियन को स्थायी रूप से तैनात किया जाएगा। वर्तमान में आइआरबी की दो बटालियन तैनात हैं।
उपद्रव को देखते हुए जिला उपायुक्त प्रशांत पंवार ने धारा 144 की लागू
इनमें से एक का मुख्यालय अब नूंह में बनाया जाएगा। बता दें हरियाणा के नूंह में सोमवार को हुई दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। नूंह में आज भी कर्फ्यू जारी है। उपद्रव को देखते हुए जिला उपायुक्त प्रशांत पंवार ने धारा 144 लागू की है। पांच अगस्त तक इंटरनेट सेवा बंद है। मामले में गिरफ्तारियों का दौर जारी है।विहिप, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों की तरफ से नूंह में 31 जुलाई यानी सोमवार को निकाली गई जलाभिषेक यात्रा पर हमले और इसके बाद फैली हिंसा की आग से दक्षिण हरियाणा उबर नहीं पा रहा है। हालांकि दो दिनों से पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के बीच नूंह में शांति है।यहां बुधवार को कर्फ्यू में दोपहर तीन से पांच बजे तक ढील दी गई।