जैसे ही मीडिया में ओलम्पियन नीरज चोपड़ा व टेनिस प्लेयर हीमानी मोर की शादी की ख़बर आयी। मीडिया कर्मियों में हिमानी मोर के परिजनों के बारे जानकारी प्राप्त करने की होड़ लग गई और मीडिया की टीम हिमानी के गांव सोनीपत जिले के लाडसौली पहुंच गई। वहां मीडिया कर्मियों ने हिमानी के पिता चांदराम मोर और मां मीना से शादी के बारे में जानकारी हासिल की। शादी में क्या डिश रही बारातियों का कैसे स्वागत किया गया। नीरज ने क्या ड्रेस पहनी हुई थी। बारातियों का स्वागत कैसे-कैसे हुआ। इसके साथ ही हरियाणवीं गीतों और हरियाणवी ड्रेस पर खुलकर चर्चा हुई। हिमाचल की वादियों सोलन में हरियाणवी संस्कृति का तड़का लगा है।
हालांकि बाराती के रूप में लगभग 50-60 लोग ही शामिल हुए। वो सब परिवार के सदस्य थे। दोनों परिवार एक दूसरे को लगभग 7 आठ साल से जानते हैं। इस शादी में विशेष बात यह रही कि नीरज ने शगुन में मात्र एक रुपया लिया है। इसके अलावा न तो कपड़े लिए और न ही कुछ सामान प्राप्त किया। वहीं नीरज के चाचा सुरेंद्र चोपड़ा ने कहा कि नीरज ने लव प्लस अरेंज मैरिज की है। नीरज ने हिमानी से शादी को लेकर परिवार से बात की थी। उन्होंने पूछा था कि क्या मैं ये शादी कर सकता हूं। अगर परिवार सहमत न हो तो हम लोग इससे पीछे भी हट सकते हैं। नीरज ने अपना फैसला बताने के बजाय परिवार से परमिशन ली थी।
नीरज और हिमानी के कहने पर शादी में हरियाणवी ड्रेस कोड रखा गया। पुरुषों ने धोती कुर्ता और महिलाओं ने घाघरा, दामन व कंठी पहनी। हिमाचल की वादियों में पहुंचकर उन्होंने हरियाणवी छाप छोड़ी। 18 जनवरी को नीरज अपनी ससुराल आए थे। यहां वह 2 घंटे ही रुके। नीरज ने सबसे पहले फ्रूट खाया। उनके लिए खाने में मिक्स वेज, पनीर की सब्जी, घर की दही, सिंपल रोटी बनाई गई थी। नीरज चोपड़ा की पसंदीदा हरी चटनी भी बनाई गई। खाने के बाद उन्होंने खीर भी खाई।
हिमानी मोर की मां मीना मोर ने बताया कि उन्हें यह था कि बेटी के लिए एक अच्छा मैच मिल जाए। भगवान की कृपा से देश के गौरव नीरज चोपड़ा के साथ उसकी शादी हुई। दोनों फैमिली एक दूसरे को अच्छे से जानती थी। दोनों बच्चे एक दूसरे को जानते थे। नीरज-हिमानी की आपस में बातचीत भी हो जाती थी। दोनों बच्चों और परिवारों की सहमति के बाद बात आगे बढ़ी।