चंडीगढ़ : हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, शिक्षाविदों और पदाधिकारियों का शिक्षण संस्थानों में वर्तमान जरूरत के अनुसार पाठ्यक्रम लागू करने का आहवान किया है ताकि विद्यार्थी विश्वस्तरीय शिक्षा के अनुरूप स्वयं को तैयार कर सकें। श्री आर्य ने यहां राजभवन में आयोजित कुलपतियों की बैठक को सम्बोधित करते हुये यह बात कही। बैठक में विश्वविद्यालय एवं अनुदान आयोग द्वारा निर्धारित दस बिन्दुओं की समीक्षा की गई।
उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों को दृष्टि योजना तैयार कर निश्चित अवधि में ही शिक्षा से सम्बन्धित कार्य योजनाएं पूरी करने के निर्देश दिये। बैठक में उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल कुमार, राज्यपाल के सचिव विजय सिंह दहिया, उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक ए। श्रीनिवास और प्रदेश के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन को सभी अवर स्नातक, सनात्कोत्तर, तथा अनुसंधान से सम्बन्धित पाठ्यक्रमों में विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणालीलागू करने को भी कहा ताकि विद्यार्थी अपनी रूचि अनुसार विषयों और पाठ्यक्रमों में पढ़ई पूरी कर सकें।
उन्होंने विश्वविद्यालयों की स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर परीक्षा दिवसों और परिणाम घोषित करने की समयावधि कम करने को भी ताकि विद्यार्थियों को कक्षाओं के लिए अधिकाधिक समय मिले। बैठक में राज्यपाल ने अनुसंधान और नवाचार पर बल देते हुए अनुसंधान कार्यों के लिए विश्वविद्यालय परिसरों में शिक्षा के उत्कृष्टता केंद, स्थापित कर विद्यार्थियों को अधिकाधिक सुविधाएं मुहैया कराने, ऑनलाइन पाठ्यक्रम तथा आधुनिक तकनीक से अध्यापन का कार्य करने, विश्वविद्यालयों में फ्लोटिंग संकाय उपलब्ध कराने, विश्वविद्यालयों को विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों और कम्पनियों के प्रतिनिधियों, विशेषज्ञों और अनुभवी व्यक्तियों को आमंत्रित कर विद्यार्थियों से पारस्परिक चर्चा कराने तथा कक्षाओं में लैक्चर कराने को भी कहा।
(आहूजा)