गुरुग्राम : कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर बिना सुविधाओं के भी वाहन चालक भारी भरकम टोल टैक्स देने को मजबूर हैं। इस एक्सप्रेस-वे का विधिवत उदघाटन हुए एक साल होने को है, लेकिन आज तक ना तो स्ट्रीट लाइटें इस एक्सप्रेस-वे पर लग पाई हैं और ना ही बिजली का कनेक्शन ही एचएसआईआईडीसी द्वारा लिया गया है। जबकि वाहन चालकों से रोजाना 56.65 लाख रुपए वसूले जा रहे हैं।
अंधेरे के अलावा इस एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं का भी सबसे अधिक डर बना रहता है। जहां इस एक्सप्रेस-वे पर कार चालक 1.45 रुपए प्रति किलोमीटर, वहीं सबसे भारी-भरकम ट्रक 7.50 रुपए प्रति किलोमीटर का टोल देना पड़ता है। लेकिन सुविधा की बजाय वाहन चालकों को यह एक्सप्रेस-वे दुविधा में ज्यादा बन रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस एक्सप्रेस-वे उद्घाटन सुलतानपुर (फर्रुखनगर)से 19 नवंबर 2018 को किया था, लेकिन आज तक इस एक्सप्रेस-वे की हालत जस की तस बनी हुई है। एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने वाले यात्रियों से बिजिबिलिटी टैक्स वसूला जा रहा है। लेकिन एक्सप्रेस वे पर शाम होते ही अंधेरा छा जाता है।
प्रधानमंत्री के उदघाटन कार्यक्रम को लेकर जनरेटर लगाकर चमक-दमक दिखाने का प्रयास किया गया था, लेकिन इसके बाद सभी काम ठंडे बस्ते में डाल दिए गए। उदघाटन से पहले जगह-जगह पुलिस पीसीआर, खंभे लगाने का काम तेजी से किया गया, लेकिन वे खंभे आज भी बिजली कनेक्शन का इंतजार करते दिखाई देते हैं।