हनीट्रैप मामले में करनाल के व्यापारी से वसूले 20 लाख - Punjab Kesari
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हनीट्रैप मामले में करनाल के व्यापारी से वसूले 20 लाख

हिसार के एक व्यक्ति ने करनाल में एक व्यापारी के पास पांच साल तक ड्राईवर की नौकरी की।

करनाल : हिसार के एक व्यक्ति ने करनाल में एक व्यापारी के पास पांच साल तक ड्राईवर की नौकरी की। जब ड्राईवर को पता चला कि व्यापारी मालदार है तो उसने नौकरी छोड़ दी। उसने एक महिला से पहचान बनाई और फिर उसे व्यापारी का नम्बर दे दिया। महिला ने व्यापारी को अपने प्रेम जाल में फंसाया। फिर उसे दिल्ली बुला लिया।

हवस में अंधा हुआ व्यापारी अपने एक साथी के साथ दिल्ली पहुंच गया। उसने महिला के साथ शारीरिक संबंध बना लिए। जिसके बाद ड्राईवर और महिला ने व्यापारी को धमकी दी कि यदि उसने पैसे न दिए तो उसके खिलाफ रेप का मामला दर्ज हो जाएगा। धमकी सुनकर व्यापारी की हवा निकल गई। डर के मारे उसने 20 लाख भी थमा दिए।

लेकिन महिला भी बाज नहीं आई। आरोपियों ने केस दबाने के नाम पर एक करोड़ मांग लिए तो व्यापारी को चक्कर आ गए। आखिरकार व्यापारी को पुलिस के समक्ष अपनी पोल खोलनी पड़ी और पुलिस को सारी बात बताकर मदद भी मांगी। उसने थाना सिविल लाईन में अपने साथी केे साथ मिलकर शिकायत दी कि कुछ व्यक्ति एक महिला के साथ मिलकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं।

उन्हें धमकी दे रहे हैं कि यदि उसने एक करोड़ रूपये नही दिए तो वे उस महिला द्वारा उसके खिलाफ बलात्कार की धाराओं में मामला दर्जकरवा उसे पुलिस के हवाले कर देगें। जिससे घबराकर व्यापारियों ने उन्हें पैसे देने के लिए हां कर दी और 20 लाख रूपये में मामला निपटाने की बात हो गई। व्यापारियों ने बताया कि बीती 28 नवम्बर को आरोपी महिला साथी गीता वासी हिसार के साथ आए और व्यापारियों से 20 लाख रूपये ले गए।

इस पर भी महिला व उसके साथियों की संतुष्टी नहीं हुई और उन्होंने फिर से व्यापारियों से पैसे मांगने शुरू कर दबाव बनाने लगे। उप-निरीक्षक राजेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया और दोनों व्यापारियों के साथ मिलकर आरोपीयों को पकडऩे के लिए एक योजना बनाई। जिसके आधार पर महिला व उसके साथियों को पैसे देने की बात कर उन्हें करनाल बुलाया गया। एक बार फिर से व्यापारियों से मोटी रकम लेने के चक्कर में आरोपी दौड़े चले आए।

करनाल में व्यापारियों से 13 लाख रूपये लेकर निकलते समय पुलिस ने आरोपी सत्यवान पुत्र रणपत वासी राजथल और मनोज पुत्र पृथ्वी सिंह वासी राजथल जिला हिसार को गिरफतार कर लिया गया। पुलिस द्वारा आरोपीयों के कब्जे से व्यापारियों से लिए गए 13 लाख रूपये व एक दौनाली बंदूक और 12 गोलियां बरामद की गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी सत्यवान ने साल 2005 से साल 2010 तक करनाल के एक व्यापारी के पास डईवर की नौकरी की थी।

जिस दौरान उसे व्यापारी के कारोबार व उसकी संपति के बारे में काफी कुछ जानकारी हो गई थी। साल 2010 में उसने अपनी गाड़ी खरीद ली व इस हिसार में टैक्सी के रूप में चलाने लगा। इसी दौरान उसकी मुलाकात हिसार की रहने वाली एक महिला गीता से हुई। गीता उसकी टैक्सी किराये पर लेकर कई बार ईधर-उधर जाती थी।

इसी दौराने उसे गीता के बारे में पता चला कि वह अच्छे चरित्र की महिला नहीं है, तो उसने गीता को कहा कि क्यों न एक बड़ा मुर्गा फसा लें और गीता इसके लिए तैयार हो गई। इसके बाद उसने गीता को करनाल के व्यापारी का नंबर दे दिया और गीता ने फोन के माध्यम से व्यापारी को अपने प्रेम जाल में फांस लिया।

व्यापारी ने गीता को मिलने के लिए दिल्ली के होटल में बुलाया, तो वह सत्यवान की टैक्सी में चली आई। ईधर से व्यापारी भी अपने एक अन्य साथी व्यापारी के साथ वहां पहुंच गया। जहां पर उन्होंने गीता की मर्जी के साथ उसके साथ संबंध बनाए और अगली सुबह करनाल वापिस चले आए।

उन्होंने बताया कि उसके बाद से ही सत्यवान व्यापारियों को लगातार फोन करने लगा और कहने लगा कि उनके बारे में गीता के घर वालों को पता चल गया है। अब उसके घर वाले उन्हें नही छोड़ेगें और उनके खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवाएगें। जिससे व्यापारी घबरा गए और उसे मानने के लिए कहने लगे, जिसके लिए उन्होंने व्यापारीयों से एक करोड़ रूपये की मांग की।

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 384,389,506,120-बी व धारा शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज किया है। आज दोनों आरोपीयों को अदालत के सामने पेशकर दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपीयों से उनकी महिला साथी गीता व उसके नाना के संबंध में पुछताछ कर पहली बार में लिए गए 20 लाख रूपये बरामद करेगी।

– हरीश चावला

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