सिरसा/रोहतक : फिल्म निर्देशक आशुतोष गोवारिकर की फिल्म पानीपत के हो रहे विरोध का असर सिरसा में भी देखने का मिला। सोमवार को जाट आरक्षण समिति के पदाधिकारियों ने फिल्म पानीपत का विरोध करते हुए सिरसा के ओएचएम सिनेमा संचालक को चेतावनी दी है। वहीं फिल्म के प्रति जाट समाज में रोष को देखते हुए ओएचएम सिनेमा के संचालक पंकज खेमका ने शाम को 5 बजे के बाद फिल्म को सिनेमा से हटा दिया है।
उन्होंने कहा कि जब लोग ही फिल्म का विरोध कर रहे है तो वे फिल्म नहीं चलाएंगे। जिला प्रशासन का मैसेज मिल गया है। इसलिए फिल्म को बंद कर दिया है। इधर मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे समिति के जिलाध्यक्ष विनोद ढाका और रणधीर जोधकां ने कहा कि फिल्म पानीपत में जाट समाज के आदर्श महाराज सुरजमल को लालची दिखाया गया है। जो उनके चरित्र और इतिहास के साथ फिल्म निर्देशक की ओर से सीधी छेड़छाड़ है।
इसे जाट समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। हम फिल्म का विरोध करते है। इसलिए सिरसा के एकमात्र सिनेमा में चल रही इस फिल्म को हटाने की मांग करते है। अगर सिनेमा संचालक सोमवार शाम तक फिल्म नहीं हटाता है तो मंगलवार को 11 बजे सिनेमा का घेराव किया जाएगा। रणधीर जोधकां ने कहा कि फिल्म में महाराज सुरजमल का चित्रण मनगढंत तरीके से करना अशोभनीय है। इससे जाट समाज में पूरा रोष है।
जिला में फिल्म का पूरा विरोध किया जाएगा। सभी हालातों की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की रहेगी। उधर रोहतक में फिल्म पानीपत के विरोध में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने बैन लगाने की मांग की है। साथ ही समिति अध्यक्ष ने फिल्म निर्माता के खिलाफ केस दर्ज करने को भी कहा है। समिति की प्रदेश कार्यकारिणी की हुई बैठक मे निर्णय लिया गया है कि 72 घंटे के अंदर प्रदेश के सभी उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
साथ ही समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि 28 दिसंबर को जाट आरक्षण को लेकर भी बैठक बुलाई, जिसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी। इसके अलावा नांदल खाप ने भी फिल्म पानीपत का विरोध किया और कहा कि महाराजा सूरजमल के जीवन चरित्र गलत तरीक्के से प्रस्तुत किया गया है।
खाप ने भी फिल्म पर तुंरत रोक लगाने की मांग की। सोमवार को गांव जसिया स्थित छोटूराम धाम में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक हुई, जिसमें फिल्म पानीपत को लेकर विरोध जताया और जाटो ने मांग की कि इस फिल्म पर तुंरत रोक लगाई जाए। बैठक में पूर्व सरपंच अजयपाल, कृष्ण कालिया, रामऋषि, विक्रम, प्रदीप, सतबीर नांदल, आशीष सहित नांदल खाप के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।