सोनीपत : जिले में ठेकेदारों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। ठेकेदार जमकर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों पर ना केवल मनमानी चला रहे है। बल्कि सरकार की जीरो टॉलरेंस और भ्रष्टाचार मुक्त नौकरियों की भी पोल खोल रहे है। ऐसा ही मामला सोनीपत में उस समय उजागर हुआ जब सोनीपत के सामान्य अस्पताल में आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारी ठेकेदार से परेशान होकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास पहुंचे और गुहार लगाई कि ठेकेदार नौकरी लगवाने के नाम पर 1 महीने की सैलेरी मांग रहा है। इतना ही नहीं जो ऐसा नहीं करता उसे नौकरी से हटा दिया जाता है।
स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में मामला आते ही स्वास्थ्य मंत्री ने इस ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दे डाले सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है। भले ही सूबे की मनोहर सरकार नौकरियों में पक्षपात और भ्रष्टाचार मुक्त माहौल बनाने की कवायद में जुटी हो और निष्पक्ष होकर नौकरियां दे रही हो लेकिन शायद सरकारी महकमों में तैनात ठेकेदारों पर यह फार्मूला फिट नहीं बैठ रहा और सरकार कि भ्रष्टाचार मुक्त नौकरियों के दावे की खुद सरकारी महकमों में तैनात ठेकेदार ही पोल खोलते नजर आ रही हैं।
ताजा मामला सोनीपत के सामान्य अस्पताल का है जहां पर एक ठेकेदार ने नौकरी लगवाने के नाम पर कर्मचारियों से पैसे मांगे। पीड़ित कर्मचारियों ने सीधा स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से गुहार लगाई और अपनी आपबीती बताते हुए ठेकेदार की मनमानी की सारी पोल खोल दी। कर्मचारियों द्वारा मामला संज्ञान में आते ही स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी एक्शन में आ गए और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर ने के आदेश दे दिए।