रोहतक : केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र तोमर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दिवालिया हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर सोनिया गांधी को ही इस पार्टी की कमान दोबारा सौंपनी थी, तो इतने दिन पद खाली रखने की क्या जरूरत थी। सोनिया गांधी को कमान सौंपने से कांग्रेस पार्टी को कोई फायदा होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री सडक़ योजना के तीसरे चरण की शुरुआत हो रही है और पूरे देश में एक लाख 25 हजार किलोमीटर सडक़ों का निर्माण करवाया जाएगा, जिस पर लगभग 80 हजार करोड रुपए का खर्च आएगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा को भी अढाई हजार किलोमीटर सडक़ों का तोहफा मिलेगा और 1600 करोड़ रुपए की लागत से यह सडक़ें बनाई जाएंगी। इन सडकों से एक गांव से दूसरे गांव की दूरी कम होगी और विकास के नये रास्ते खुलेंगे। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र तोमर मंगलवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के टैगोर सभागार में 7-स्टार इन्द्रधनुष योजना पुरुस्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में पढ़ी लिखी पंचायतों का स्वरूप पूरे देश के लिए एक उदाहरण है।
प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का पढ़ा लिखा होने के नाते प्रत्येक पंचायतों को एक अलग पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में केंद्र व राज्य सरकारों की अपनी-अपनी भूमिका है, लेकिन स्थानीय स्तर पर पंचायतीराज संस्थाएं मजबूत नहीं होती है तो उपर वाली सरकारों के कार्यों का परिणाम नहीं मिलता। यदि उपर वाली सरकारों के दम से कोई परिणाम हांसिल किया जा सकता तो हमें आज किसी भी समस्या से झूजना नहीं पड़ता। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश में चलाये गये स्वच्छता अभियान की आज पूरी दुनिया में सराहना की जाती है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी देशवासियों ने मिलकर मेहनत की और इसे स्वच्छता आन्दोलन का रूप दिया है।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों का ऐसा सम्मान प्रदेश में पहली बार हो रहा है। पंचायतों को मिला हर स्टार उनकी उपलब्ध्यिों को दर्शाता है। देश में अन्य राज्यों की अपेक्षा हरियाणा प्रदेश की पंचायतों ने ज्यादा विकास किया है। हरियाणा का ग्रामीण विकास देश में पहले स्थान पर है। इस अवसर पर एसीएस सुधीर राजपाल, निदेशक सुशील सारवान, भाजपा जिला अध्यक्ष अजय बंसल, जिला मीडिया प्रभारी शमशेर खरक, उपायुक्त आर एस वर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे।