हरियाणा के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विजन की प्रशंसा की और कहा कि इससे देश के विकास में तेजी आएगी और चुनाव कराने में होने वाले खर्च में कमी आएगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विजन की प्रशंसा की और कहा कि इससे देश के विकास में तेजी आएगी और चुनाव कराने में होने वाले खर्च में कमी आएगी।
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विजन
नायब सिंह सैनी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच की सराहना करता हूं। उनके पास विकसित देश का विजन है…’एक राष्ट्र, एक चुनाव’ से देश को फायदा होगा। इससे खर्च में कमी आएगी और देश विकास की ओर बढ़ेगा…सरकार चुनावों में व्यस्त रहती थी जिससे विकास प्रक्रिया बाधित होती थी। अब चूंकि सभी चुनाव एक ही समय पर होंगे, इसलिए बचा हुआ सारा समय विकास के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।”
हरियाणा के CM ने की सरहाना
गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक को मंजूरी दे दी, जिससे इसे संसद में पेश करने का रास्ता साफ हो गया। हालांकि, संसद में पेश किए जाने से पहले इस विधेयक पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बहस शुरू हो गई। इससे पहले, भाजपा नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने विधेयक का पूरा समर्थन करते हुए कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ नहीं होने पर विकास कार्य रुक जाते हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “ऐसा होना चाहिए… जैसे ओडिशा में एक साथ चुनाव हुए। जब विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ नहीं होते हैं, तो विकास कार्य रुक जाते हैं। इसलिए प्रधानमंत्री ऐसा चाहते हैं। हम ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ का पूरा समर्थन करते हैं।”
इसे “अच्छा फैसला” बताया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इसे “अच्छा फैसला” बताया। उन्होंने कहा, “यह बहुत अच्छा फैसला है। इससे समय के साथ-साथ पैसे की भी बचत होगी… यह देश के लिए फायदेमंद होगा।” सीएम साय ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “इसमें विरोध करने जैसी कोई बात नहीं है। जो लोग विरोध कर रहे हैं, वे शायद विकास नहीं चाहते हैं…” हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने इस फैसले का स्वागत किया और इस बात पर जोर दिया कि हर भारतीय को इस कदम का स्वागत करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए विज ने कहा कि पीएम मोदी की राष्ट्रवादी मानसिकता ने कई बदलाव लाए हैं और देश को ‘विकसित भारत’ की ओर ले जा रहे हैं।